लखनऊ। अपनी आवाज और नटखट हरकतों से चिड़ियाघर में आए दर्शकों को आकर्षित करने वाला श्याम (हूक्कू बदंर) अब इस दुनिया में नहीं रहा।
लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में लोकप्रिय हुक्कू बंदर को सुबह सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके चलते श्याम अचेत होकर अपने बाड़े में पड़ा हुआ था। श्याम की यह हालत देखकर उसके कीपर ने चिड़ियाघर के पशुचिकित्सा अधिकारी को यह जानकारी दी। श्याम को अस्पताल ले जाया लेकिन डाक्टरों की लाख कोशिशों के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
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श्याम चिड़ियाघर का इकलौता हुक्कू बंदर था। 27 नवंबर 1988 में श्याम को जू लाया गया था तब उसकी उम्र सात से आठ वर्ष बताई गई थी, जिसके आधार पर श्याम करीब 38 से 39 वर्ष का था। जू अधिकारियों के मुताबिक श्याम अपनी उम्र से ज्यादा जिया। इसके साथ ही वर्ष 2002 में उत्तराखंड से ही रानी नाम की मादा हुक्कू बंदर लाई गई थी, लेकिन पांच साल बाद उसकी मौत हो गई, जिसके बाद से कालू खुद को काफी अकेला महसूस करता था।