किसानों की सुविधा के लिए सिंचाई विभाग ने जारी किया निशुल्क हेल्पलाइन नंबर
Chandrakant Mishra | Jan 08, 2019, 13:05 IST
प्रत्येक दिन सुबह छह बजे से रात्रि 10 बजे तक टोल फ्री हेल्पलाइन की यह सुविधा किसानों के लिए उपलब्ध रहेगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के संकल्प ''हर खेत को मिले समय से पानी'' को धरातल पर उतारने के लिए सिंचाई एवं सिंचाई यान्त्रिक मंत्री धर्म पाल सिंह ने सिंचाई विभाग में कई महात्वाकांक्षी योजनाओं को अमली जामा पहनाया है। इसी क्रम में किसानों की समस्याओं को तुरन्त हल करने के लिए निशुल्क हेल्प लाइन को भी कर दिया गया है।
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सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के निर्देश पर प्रदेश के समस्त राजकीय नलकूपों व नहरों की सिंचाई संबंधी समस्याओं के समुचित व त्वारित निराकरण हेतु सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग में टोल फ्री हेल्पलाइन नं0-18001805450 स्थापित किया गया है। प्रमुख सचिव, सिंचाई के अनुसार सभी संबंधितों अभियन्ताओं को निर्देशित किया है, कि प्रत्येक दिन प्रातः छह बजे से रात्रि 10 बजे तक टोल फ्री हेल्पलाइन की यह सुविधा किसानों के लिए उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। आपने यह भी बताया है, कि किसान राजकीय नलकूपों पर अंकित उपरोक्त टोल फ्री नंबर तथा अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब किसानों को फसल का नुकसान होने पर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर 48 घंटे के अंदर दावा प्रस्तुत करना होगा। किसान को बीमा कंपनी को सूचना देने की प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए शासन ने बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर भी जारी कर दिए हैं।
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इसके तहत फसल कटाई के 14 दिन बाद तक नुकसान की भरपाई के लिए किसान दावा कर सकता है, मगर इसकी भी सूचना किसान को बीमा कंपनी को 48 घंटे के अंदर देनी होगी। इससे बीमा कंपनी किसान की फसल के नुकसान का सही आकलन कर सकेगी। ओलावृष्टि, जलभराव, कटी फसल को मौसम से नुकसान की स्थिति में भी किसान मुआवजा पा सकता है।
ये हैं टोल फ्री नंबर
शासन ने जिले के अनुसार बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर जारी किए हैं।
18002095858: सुल्तानपुर, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत, मैनपुरी, मेरठ, महोबा, लखनऊ, कुशीनगर, खीरी, जालौन, भदोही, बरेली के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002091415: बाराबंकी, बागपत, चित्रकूट, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, गोंडा, झांसी, कौशांबी, मुजफफरनगर, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जिलों के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002700462: अंबेडकरनगर, बहराइच, अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, बुलंदशहर, चंदौली, फैजाबाद, गोरखपुर, कन्नौज, मिर्जापुर, सोनभद्र और उन्नाव के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18001232310: अमेठी, औरैया, आगरा, कानपुर नगर, फतेहपुर, देवरिया, बिजनौर, बांदा, बलिया, वाराणसी, संभल, सहारनपुर और प्रतापगढ़ के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002667780: इटावा, आजमगढ़, अमरोहा, इलाहाबाद, मथुरा, महाराजगंज, कानपुर देहात, हरदोई, गाजीपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर और शाहजहांपुर के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
180030000088: सीतापुर, शामली, रायबरेली, मऊ, ललितपुर, कासगंज, जौनपुर, हाथरस, हमीरपुर, फर्रुखाबाद, एटा और बदायूं के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
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सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के निर्देश पर प्रदेश के समस्त राजकीय नलकूपों व नहरों की सिंचाई संबंधी समस्याओं के समुचित व त्वारित निराकरण हेतु सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग में टोल फ्री हेल्पलाइन नं0-18001805450 स्थापित किया गया है। प्रमुख सचिव, सिंचाई के अनुसार सभी संबंधितों अभियन्ताओं को निर्देशित किया है, कि प्रत्येक दिन प्रातः छह बजे से रात्रि 10 बजे तक टोल फ्री हेल्पलाइन की यह सुविधा किसानों के लिए उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। आपने यह भी बताया है, कि किसान राजकीय नलकूपों पर अंकित उपरोक्त टोल फ्री नंबर तथा अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
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उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब किसानों को फसल का नुकसान होने पर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर 48 घंटे के अंदर दावा प्रस्तुत करना होगा। किसान को बीमा कंपनी को सूचना देने की प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए शासन ने बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर भी जारी कर दिए हैं।
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इसके तहत फसल कटाई के 14 दिन बाद तक नुकसान की भरपाई के लिए किसान दावा कर सकता है, मगर इसकी भी सूचना किसान को बीमा कंपनी को 48 घंटे के अंदर देनी होगी। इससे बीमा कंपनी किसान की फसल के नुकसान का सही आकलन कर सकेगी। ओलावृष्टि, जलभराव, कटी फसल को मौसम से नुकसान की स्थिति में भी किसान मुआवजा पा सकता है।
ये हैं टोल फ्री नंबर
शासन ने जिले के अनुसार बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर जारी किए हैं।
18002095858: सुल्तानपुर, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत, मैनपुरी, मेरठ, महोबा, लखनऊ, कुशीनगर, खीरी, जालौन, भदोही, बरेली के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002091415: बाराबंकी, बागपत, चित्रकूट, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, गोंडा, झांसी, कौशांबी, मुजफफरनगर, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जिलों के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002700462: अंबेडकरनगर, बहराइच, अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, बुलंदशहर, चंदौली, फैजाबाद, गोरखपुर, कन्नौज, मिर्जापुर, सोनभद्र और उन्नाव के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18001232310: अमेठी, औरैया, आगरा, कानपुर नगर, फतेहपुर, देवरिया, बिजनौर, बांदा, बलिया, वाराणसी, संभल, सहारनपुर और प्रतापगढ़ के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
18002667780: इटावा, आजमगढ़, अमरोहा, इलाहाबाद, मथुरा, महाराजगंज, कानपुर देहात, हरदोई, गाजीपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, रामपुर और शाहजहांपुर के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
180030000088: सीतापुर, शामली, रायबरेली, मऊ, ललितपुर, कासगंज, जौनपुर, हाथरस, हमीरपुर, फर्रुखाबाद, एटा और बदायूं के किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है।
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