By Mudassir Kuloo
दक्षिण कश्मीर में हर कोई दूसरे कामों से फुर्सत निकाल कर पंजथ नाग से कीचड़ और खरपतवार निकालने के लिए इकट्ठा होता है। ये रस्म सदियों से चली आ रही है। माना जाता है पंजथ गाँव से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में 500 झरने हैं जहाँ यह सालाना उत्सव मनाया जाता है।
दक्षिण कश्मीर में हर कोई दूसरे कामों से फुर्सत निकाल कर पंजथ नाग से कीचड़ और खरपतवार निकालने के लिए इकट्ठा होता है। ये रस्म सदियों से चली आ रही है। माना जाता है पंजथ गाँव से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में 500 झरने हैं जहाँ यह सालाना उत्सव मनाया जाता है।
By Dr SB Misra
By Dr SB Misra
By Dr SB Misra
By India Science Wire
सीएसआईआर-आईआईआईएम ने भारत को लैवेंडर तेल का एक प्रमुख निर्यातक बनाने का लक्ष्य रखा है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का अरोमा मिशन इस दिशा में कार्य कर रहा है, और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी मदद कर रहा है।
सीएसआईआर-आईआईआईएम ने भारत को लैवेंडर तेल का एक प्रमुख निर्यातक बनाने का लक्ष्य रखा है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का अरोमा मिशन इस दिशा में कार्य कर रहा है, और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी मदद कर रहा है।
By Mudassir Kuloo
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
By Gaon Connection
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
श्रीनगर में अपने आंगन में आशिक हुसैन पालक, धनिया, पुदीना और दूसरी सब्जियाँ उगाते हैं, जिनमें से अधिकांश 45 दिनों में तैयार हो जाती हैं। कश्मीर घाटी में हाइड्रोपोनिक्स या मिट्टी रहित खेती की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
By Bisma Bhat
जम्मू और कश्मीर में रहने वाले बकरवाल और गुर्जर समुदाय की गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। कुछ महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने से पहले ही रास्ते में बच्चे को जन्म दे देती हैं।
जम्मू और कश्मीर में रहने वाले बकरवाल और गुर्जर समुदाय की गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। कुछ महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने से पहले ही रास्ते में बच्चे को जन्म दे देती हैं।
By Raja Muzaffar Bhat
जम्मू-कश्मीर में आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि उनसे उज्ज्वला योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले मुफ्त एलपीजी सिलेंडर के लिए पैसों की मांग की जा रही है और ऐसा न करने पर उन्हें गैस कनेक्शन नहीं दिया जाता है। हालांकि उनके नाम लाभार्थियों की सूची में दर्ज हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि 'गैस माफिया' इस घोटाले को अंजाम दे रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि उनसे उज्ज्वला योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले मुफ्त एलपीजी सिलेंडर के लिए पैसों की मांग की जा रही है और ऐसा न करने पर उन्हें गैस कनेक्शन नहीं दिया जाता है। हालांकि उनके नाम लाभार्थियों की सूची में दर्ज हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि 'गैस माफिया' इस घोटाले को अंजाम दे रहे हैं।
By दिति बाजपेई
कश्मीर के युवा इन दिनों दूसरे राज्यों के लिए मिसाल बन गए हैं। पोस्ट ग्रेजुएट यानि एमए या एमएससी डिग्री वाले यहाँ के कई युवाओं ने, बागवानी, मधुमक्खी पालन और मसालों की खेती में कमाल कर दिखाया है। वे न सिर्फ इससे खुद आत्मनिर्भर बन रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं।
कश्मीर के युवा इन दिनों दूसरे राज्यों के लिए मिसाल बन गए हैं। पोस्ट ग्रेजुएट यानि एमए या एमएससी डिग्री वाले यहाँ के कई युवाओं ने, बागवानी, मधुमक्खी पालन और मसालों की खेती में कमाल कर दिखाया है। वे न सिर्फ इससे खुद आत्मनिर्भर बन रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं।