लखनऊ। दुनिया के शीर्ष दो टीमों भारत और इंग्लैंड के अलावा सबसे अधिक बार खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया इस कप की प्रबल दावेदार है। इस विश्व कप में कई बड़े रिकॉर्ड बन सकते हैं, जिसमें एक पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के नाम दर्ज है।
दरअसल सौरव गांगुली ने 20 साल पहले 1999 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन का स्कोर किया था जो कि विश्व कप में सर्वाधिक निजी स्कोर का भारतीय रिकॉर्ड है। टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली की निगाहें इस रिकॉर्ड पर होगी।
रोहित शर्मा के नाम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिकार्ड तीन दोहरे शतक और सात बार 150 से अधिक की पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। अगर वह क्रीज पर टिक गए तो लंबी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं। यह सलामी बल्लेबाज लंबी पारियां खेलने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करके सौरव गांगुली के 20 साल पुराने भारतीय रिकार्ड को तोड़ने की कोशिश कर सकता है। रोहित का विश्व कप में उच्चतम स्कोर 137 है जो उन्होंने चार साल पहले मेलबर्न में बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था।
रोहित ही नहीं शीर्ष क्रम के अन्य दो बल्लेबाज कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन भी बड़ी पारी खेलकर विश्व कप में एक पारी में सर्वोच्च स्कोर का भारतीय रिकार्ड अपने नाम पर कर सकते हैं। विराट कोहली की क्षमता से किसी को इनकार नहीं है जबकि धवन ने भी मेलबर्न में ही 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 137 रन की पारी खेली थी। यह उनका विश्व कप में सर्वोच्च स्कोर है। धवन ने लिस्ट ए में एक बार 248 रन की पारी भी खेली है।
वहीं कप्तान कोहली का सवाल है तो विश्व कप में उनके नाम पर दो शतक दर्ज हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 107 रन है जो उन्होंने 2015 में पाकस्तिान के खिलाफ एडिलेड में बनाया था। कोहली ने वैसे वनडे में चार बार 150 से अधिक का स्कोर बनाया है और उनका उच्चतम स्कोर 183 रन है। भारतीय कप्तान विश्व कप में मददगार परस्थितियों का फायदा उठाकर दोहरे शतक लगाने वलो बल्लेबाजों में अपना नाम लिखवाने की कोशिश करेंगे।
चार साल में होने वाले क्रिकेट महाकुंभ में अभी तक दो दोहरे शतक लगे हैं। न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वेलिंगटन में नाबाद 237 रन की पारी खेली थी। जबकि इसी विश्व कप में वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल ने जिम्बाम्बवे के खिलाफ कैनबरा में 215 रन की पारी खेली थी। वहीं भारत की तरफ से सर्वोच्च स्कोर 183 रन है जो गांगुली ने 1999 में टांटन में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। इसके बाद विश्व कप में केवल तीन अवसरों पर भारतीय बल्लेबाजों ने 150 के स्कोर को पार किया।
वीरेंद्र सहवाग के पास 2011 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में गांगुली का रिकार्ड तोड़ने का सुनहरा मौका था लेकिन वह कपिल देव की 1983 में खेली गयी ऐतिहासिक नाबाद 175 रन की पारी की बराबरी करके पवेलियन लौट गये। सचिन तेंदुलकर ने 2003 में नामीबिया के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के पीटरमैरिटजबर्ग में 152 रन बनाए थे।
इंग्लैंड की पिचों के बारे में कहा जा रहा है कि वह इस समय बल्लेबाजों के अधिक अनुकूल हैं और उन पर एक पारी में 500 का स्कोर भी बन सकता है। ऐसे में भारतीय शीर्ष क्रम के किसी बल्लेबाज से बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है।