नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) में कारोबार कर रहे उत्तर प्रदेश के किसानों को जल्दी ही तेज इंटरनेट की सुविधा का लाभ मिल सकता है। राज्य सरकार ने इन थोक मंडियों में लीज इंटरनेट लाइन लगाने का काम शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश ने अब तक 100 ई-नाम मंडियां स्थापित की हैं, जिनमें कुल 27.31 लाख किसान पंजीकृत हैं। अभी किसान एक मंडी के भीतर ऑनलाइन कारोबार कर रहे हैं। चुनिंदा मंडियों में परीक्षण के तौर पर एक से दूसरे मंडी के बीच कारोबार की सुविधा भी शुरू की गई है।
लखनऊ में पदस्थापित कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “खराब और धीमा इंटरनेट मुख्य समस्या है। ई-नाम ऐप को मोबाइल में या डेस्कटॉप के जरिये इसकी वेबसाइट के परिचालन के लिए इंटरनेट का तेज होना जरूरी है। हमने लीज इंटरनेट लाइन लगाने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को ठेका दिया है। इस पर काम शुरू हो चुका है।“
उन्होंने कहा, “सभी 100 मंडियों में यह काम अगले 2-3 महीने में पूरा हो जाएगा। 100 मंडियों में से लखीमपुर और सहारनपुर मंडियों समेत करीब 20 मंडियां सक्रिय हैं और बाकियों में भी कारोबार के गति पकड़ने का अनुमान है।“
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