लखनऊ। अभी तक आम साल में एक बार ही फल देता है, लेकिन आम की इस नई किस्म को लगाकर दो बार आम का उत्पादन ले सकते हैं। यही नहीं नई पौध लगाने के एक-दो साल के भीतर ही फल भी लगने लगते हैं।
गोंडा जिले के गौरा चौकी के मुकुल कांति दास (50 वर्ष) ने आम नयी किस्म विपुल विकसित की है, बंगाल के रहने वाले मुकुल साल 1980 में गोंडा में आ गए थे। मुकुल बताते हैं, “जब गोंडा में आया तो यहां पर क्लीनिक की शुरुआत की, लेकिन मेरा रुझान पेड़-पौधों में शुरु था, कई साल से इनके बारे में पढ़ता रहता था।”
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“बागवानी के एक शोध में मैंने पढ़ा था, तब से थाईलैंड की किस्म से यहां की देसी किस्म को मिलाकर नयी किस्म विपुल तैयार की। अभी पिछले साल जुलाई में ही इसे तैयार किया था, इस बार इसमें फल आ गए हैं। उद्यान विभाग और कई जिलों के लोग इसकी जानकारी लेने आ रहे हैं, “मुकुल कांति दास ने बताया।
इस नयी किस्म में फरवरी मार्च के बाद फिर अक्टूबर-नवंबर तक फल लगते हैं, इसके फल का वजन भी 350 से 360 ग्राम तक होता है। मुकुल आगे कहते हैं, “अभी इनकी और भी पौध तैयार की जा रही है, इनकी पौध तैयार होने के बाद यह नर्सरी में बिक्री होगी। इन्हें बगीचे में रोपा जा सकता है। बारहमासी आम के पेड़ से लोग साल भर आम ले सकते हैं। इसकी पौध लेने के लिए दूर-दूर के जिलों से किसान आते हैं, कई किसानों ने इसकी बाग भी लगा ली है, जो अच्छा फल दे रही है।” Mango Day 2020 पर यह खबर आपके काम की हो सकती है।
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इसके साथ ही मुकुल दास कई और भी पौधों की नई किस्मों पर काम कर रहे हैं, जो बेहतर फल सकें। बारहमासी आम के पेड़ से साल भर आम मिलते हैं। इसे घर के बगीचे में लगाया जा सकता है। एक पेड़ से एक बार में 30 से 40 किलो आम मिलते हैं। बारहमासी पेड़ जो एक वर्ष में दो बार मार्च-अप्रैल व सितंबर-अक्टूबर में फल देता है।