बातें करते सीधी सच्ची,
और अम्बियां खाते हैं कच्ची …
चलें हाईवे पे फर्राटे से …
चलें हाईवे पे फर्राटे से,
पगडंडी भी लगे अच्छी
चौपाल में बोले है बिटवा,
हम सीखेंगे इंटरनेटवा
हां हमरी ये रंगबाजी है,
हां हम में थोड़ी ऐंठन है
अपना गाँव कनेक्शन है
अपना गाँव कनेक्शन है
के अपना गाँव कनेक्शन है रे
अपना गाँव कनेक्शन है
अब मोबाइल चमकाते हैं,
अब एसएमएस भी करते हैं
अब चाउमीन डोसा चलता है,
अब चाट-मटर पे मरते हैं
केबल टीवी पे अम्मा को,
अब गाना भी दिखलाते हैं
पर चैती होरी में झूमें,
सोहर बन्ना भी गाते हैं
केबल टीवी पे अम्मा को,
अब गाना भी दिखलाते हैं
पर चैती होरी में झूमें,
सोहर बन्ना भी गाते हैं
हाँ बदल रहा है रहन-सहन,
पर अब भी वो सादा मन है
अपना गाँव कनेक्शन है …
के अपना गाँव कनेक्शन है रे
अपना गाँव कनेक्शन है
खेती तो अपने खून में है,
पर संग-संग आगे बढ़ना है
मास्टरी डाक्टरी बीएससी,
हमें आईएस भी पढ़ना है
दीदी है तेज पढ़ाई में,
करती चौका दिया बाती
लेकिन भोंहें सजवाने को,
ब्यूटी पारलर भी है जाती
दीदी है तेज पढ़ाई में,
करती चौका दिया बाती
लेकिन भोंहें सजवाने को,
ब्यूटी पारलर भी है जाती
क्यूँ सपने बड़े ना हम देखें,
किस बात का हमको टेंसन है?
गाँव कनेक्शन है
अपना गाँव कनेक्शन है के
अपना गाँव कनेक्शन है रे
अपना गाँव कनेक्शन है।