आज के एपिसोड में हम आपको यूपी-बिहार की एक बेहद खास और लोकप्रिय डिश, लिट्टी चोखा की रेसिपी सिखाने जा रहे हैं। यह व्यंजन न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि इसे बनाना भी आसान है। चलिए, ‘घर की रसोई’ में जानते हैं इस पारंपरिक डिश को कैसे तैयार किया जाता है, ताकि आप इसे घर पर भी बना सकें।
लिट्टी चोखा, जिसे घी में डूबी लिट्टी और सरसों के तेल में तैयार चटपटा चोखा के साथ खाया जाता है, बिहार और उत्तर प्रदेश का बेहद प्रिय व्यंजन है। इसका स्वाद जितना खास है, उतनी ही दिलचस्प इसकी कहानी भी है। माना जाता है कि इसकी शुरुआत प्राचीन मगध साम्राज्य से हुई थी, और 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तात्या टोपे और रानी लक्ष्मीबाई के सेनानियों ने इसे अपने भोजन का हिस्सा बनाया। इसकी खासियत यह थी कि इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता था, इसलिए युद्ध के दौरान भी इसका इस्तेमाल होता रहा। समय के साथ यह व्यंजन बिहार में प्रसिद्ध हुआ और अब हर किसी की पसंदीदा डिश बन चुका है।
खास टिप्स: लिट्टी चोखा को अगर कंडे (गोबर के उपले) पर पकाया जाए, तो इसका स्वाद और भी बेहतरीन हो जाता है।
लिट्टी की तैयारी:
सबसे पहले, आटे को गूंध लें। आटे को नरम बनाने के लिए इसे 20 मिनट तक गीले कपड़े से ढककर रख सकते हैं। इससे लिट्टी बनाते समय लोइयां मुलायम होंगी।
अब आते हैं सत्तू के मसाले पर, जो लिट्टी का दिल होता है। इसके लिए आपको चाहिए:
सत्तू
अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
लहसुन (कुटा हुआ)
कच्चा सरसों का तेल
नमक
हरी मिर्च
इन सभी सामग्रियों को मिलाकर मिक्सचर को अच्छी तरह मसल लें ताकि सब एकसार हो जाए।
चोखा की तैयारी:
जब आप लिट्टी के लिए आटा तैयार कर रहे हों, तब चोखा के लिए बैंगन और टमाटर पर हल्का सरसों का तेल लगाकर उन्हें कंडे पर भूनने के लिए रख दें। इससे चोखा का स्वाद और बढ़ जाता है।
भुने हुए टमाटर और बैंगन के छिलके उतारकर एक बर्तन में रखें। इसके बाद इसमें निम्नलिखित सामग्री डालें:
प्याज (बारीक कटा हुआ)
अदरक
लहसुन
हरी मिर्च
नमक
सरसों का तेल (सावधानी से, अधिक नहीं डालें)
हरा धनिया (सजावट के लिए)
इन सभी को अच्छी तरह मिलाएं, और आपका स्वादिष्ट चोखा तैयार है।
लिट्टी बनाने की विधि:
गूंथे हुए आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं। हर लोई में सत्तू का मिश्रण भरें और फिर उसे बंद कर दें ताकि पकते समय मिश्रण बाहर न निकले।
अब लिट्टियों को कंडे पर सेंकने के लिए रख दें। ध्यान रखें कि लिट्टियां धीरे-धीरे पकें और उन पर ध्यान देते रहें। जब लिट्टी ऊपर से कड़क और सुनहरी हो जाए, तो समझ लें कि वह तैयार है।
अगर आपको घी वाली लिट्टी पसंद है, तो पकी हुई लिट्टी को घी में डुबोकर रखें। इससे लिट्टी का स्वाद और भी लाजवाब हो जाता है।
और लीजिए, आपका लिट्टी चोखा तैयार है! सर्दियों के मौसम में इसका स्वाद और भी अनोखा लगता है। कंडे पर बनी लिट्टी का स्वाद तो एकदम अलग ही होता है, जो आपको पारंपरिक गाँव के स्वाद का अनुभव कराता है।
तो इस रेसिपी को आजमाइए और अपने परिवार के साथ इस जायकेदार डिश का आनंद लीजिए!