लखनऊ। ज्यादा तर किसान अपनी फसलों में लगने वाले कीटों से बचाव के लिए राशायनिक कीटनाशक व दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, जो न सिर्फ वातावरण को बल्कि हमारी सेहत को भी नुकसान पहुंचाता है। लेकिन अगर किसान इसकी जगह पर जैविक कीटनाशक और दवाओं को इस्तेमाल करें तो इससे न सिर्फ पर्यावरण और हमारी सेहत पर अच्छा असर पड़ेगा बल्कि किसान का पैसा भी बचेगा, क्योंकि किसान इसे खुद ही अपने घर में आसानी से तैयार कर सकते हैं।
एक एकड़ खेत के लिए अगर कीटनाशक तैयार करना है तो –
- 20 लीटर किसी भी देसी गाय या देसी बैल का मूत्र चाहिए।
- 20 लीटर मूत्र में लगभग ढार्इ किलो ( आधा किलो कम या ज्यादा हो सकता है ) नीम की पत्ती या निम्बोली को पीसकर उसकी चटनी मिलाइए।
- इसी तरह से एक दूसरा पत्ता होता है धतूरे का पत्ता। लगभग ढार्इ किलो धतूरे के पत्ते की चटनी मिलाइए उसमें।
- एक पेड़ होता है जिसको आक या आँकड़ा कहते हैं, अर्कमदार कहते हैं आयुर्वेद में। इसके भी पत्ते लगभग ढार्इ किलो लेकर इसकी चटनी बनाकर मिलाए।
- जिसको बेलपत्री कहते हैं, जिसके पत्र आप शंकर भगवान के उपर चढ़ाते हैं । बेलपत्री या विल्वपत्रा के पते की ढार्इ किलो की चटनी मिलाए उसमें।
- फिर सीताफल या शरीफा के ढार्इ किलो पतो की चटनी मिलाए उसमें।
- आधा किलो से 750 ग्राम तक तम्बाकू का पाऊडर इसमें मिलाएं।
- इसमें 1 किलो लाल मिर्च का पाऊडर भी डाल दें।
- इसमे बेशर्म के पत्ते भी ढार्इ किलो डाल दें।
कहीं गलत तरीके से तो नहीं बना रहे जैविक खाद, यह तरीका है सही
तो ये पांच-छह तरह के पेड़ों के पत्ते आप ले लो ढार्इ- ढार्इ किलो। इनको पीसकर 20 लीटर देसी गाय या देसी बैल मूत्र में डालकर उबालना हैं, और इसमें उबालते समय आधा किलो से 750 ग्राम तक तम्बाकू का पाऊडर डालना है। ये डालकर उबाल लेना हैं उबालकर इसको ठंडा कर लेना है और ठंडा करके छानकर आप इसको बोतलों में भर कर रख लीजिए। ये कभी भी खराब नहीं होता। ये आपका कीटनाशक तैयार हो गया।
इनके प्रयोग से धान की फसल रहेगी निरोग
कैसे करें इसका इस्तेमाल ?
जितना कीटनाशक लें छिड़काव के लिए लें उसका 20 गुना पानी मिलाएं। अगर एक लीटर कीटनाशक लिया तो 20 लीटर पानी, 10 लीटर कीटनाशक लिया तो 200 लीटर पानी, जितना कीटनाशक आपका तैयार हो, उसका अंदाजा लगा लीजिए आप, उसका 20 गुना पानी मिला दीजिए। पानी मिलकर उसको आप खेत में छिड़क सकते हैं किसी भी फसल पर। इसको छिड़कने का परिणाम ये है कि दो से तीन दिन के अंदर जिस फसल पर आपने स्प्रै किया, उस पर कीट और जंतु आपको दिखार्इ नहीं देगें, कीड़े और जंतु सब पूरी तरह से दो-तीन दिन में ही खत्म हो जाते हैं। इतना प्रभावशाली ये कीटनाशक बनकर तैयार होता है। ये बड़ी-बड़ी विदेशी कम्पनियों के कीटनाशक से सैकड़ों गुणा ज्यादा ताकतवर है और एकदम फोकट का है, बनाने में कोर्इ खर्चा नहीं।