लखनऊ/बांदा। वर्षों से सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड में दूसरे किसानों के लिए उम्मीद बने किसान देवराज यादव को सरकारी मदद मिल गई है। एक पैर से दूसरे किसानों के लिए मिसाल बने देवराज यादव को कृत्रिम पैर के साथ पांच लाख रुपए की नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है।
देवराज यादव (65 वर्ष) बाँदा जिले के बबेरू विकासखंड की ग्राम पंचायत पतवन के मजरा एमपी का पुरवा रहने वाले हैं। वो पिछले 40 वर्षों से दाएं पैर में लाठी बांध कर हल चला रहे थे, अपने पशुओं के लिए चारा पानी का इंतजाम कर रहे थे। पिछले दिनों इस बुजुर्ग किसान के हौसले की ख़बर सोशल मीडिया और अख़बारों में आने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें पांच लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, “बुजुर्ग किसान के इस हौसले को प्रोत्साहन हर हाल में मिलना चाहिए।”
सोशल मीडिया के माध्यम से ख़बर मिलने के बाद सरकार ने जिलाधिकारी बांदा से सात अक्टूबर को देवराज की पारिवारिक और आर्थिक स्थिति का ब्यौरा मांगा था। इसके बाद शनिवार को डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में उनका कृत्रिम पैर लगवाया गया।
बुजुर्ग देवराज की आवाज़ उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सागर ने कहा, “ये सोशल मीडिया का सकारात्मक पहलू है। लोगों ने मुहिम को आगे बढ़ाया तो सरकार ने भी सहयोग का हाथ आगे बढ़ाया। लेकिन, बुंदेलखंड में देवराज जी जैसे सैकड़ों किसान हैं। उनके लिए स्थायी समाधान करने होंगे।”
बुंदेलखंड,पंजाब,विदर्भ के साथ मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में अकाल-सूखे की दस्तक कई साल से किसान को तोड़ रही है। मगर बाँदा के देवराज यादव कमोवेश उन किसानों की कतार में अलग खड़े नजर आते हैं। आशीष सागर आगे बताते हैं, “वह कर्जदार हैं सूदखोरों के जिसमे उन्हें हर महीने मिलने वाली 300 रुपये की मासिक पेंशन भी ब्याज में चली जाती है। चार बीघा कृषि जमीन में पत्नी,दो बेटे और खुद का पालन-पोषण कर रहे देवराज ने कभी किसी से मदद नहीं मांगी। वे हौसले हारने वाले सैकड़ों किसानों के लिए भी उदाहरण हैं।”