बाराबंकी। पिछले कुछ दिनों में लगातार हो रही अग्निकाण्ड की घटनाओं से किसान बेहाल है। अब तक प्रदेश के लगभग 30 जिलों में लगी आग ने एक हजार से ज्यादा घरों को तबाह कर दिया। बाराबंकी जिले के 40 किमी उत्तर दिशा में मोहम्मदपुर खाला अन्तर्गत घनवलिया गाँव के शनिवार को भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग पूरे गाँव में फैला गई। इस अग्निकांड की चपेट में दो दर्जन से अधिक से घर आ गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने जब तक आग पर काबू पाया। तब कई घर पूरी तरह से स्वाहा हो चुके थे। इस अग्निकांड में 60 से ज्यादा घर जलकर खाक हो गए।
इससे पहले शुक्रवार को तहसील सिरौलीगौसपुर के गाँव ठाकुरपुर मजरे गाजीपुर में एक चिंगारी ने पूरे गाँव को तबाह कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां भी आग पर काबू नहीं पा सकीं। देखते-देखते ही सब कुछ जलकर खाक हो गया।
कोतवाली रामसनेहीघाट अंतर्गत पड़ने वाले गाँव ठाकुरपुर मजरे गाजीपुर में अचानक एक चिंगारी ने चार दर्जन से अधिक परिवारों को बेघर कर दिया। भीषण गर्मी और तेज हवा ने चिंगारी को पलक झपकते ही पूरे गाँव में फैला दिया। जब तक ग्रामीण घरों से बाल्टी में पानी भर-भर कर आग पर फेंकते तब तक आग नियंत्रण से बाहर जा चुकी थी। लोगों की लाख कोशिशों के बावजूद आग ने सब जलकर राख कर दिया।
ठाकुरपुर गाँव निवासी रामनेवल (60 वर्ष) के बड़े बेटे संतोष ने बड़ी मुश्किल से दस हजार रुपए बटोरे थे जो आग में जल गए। गाँव के हनुमान यादव बताते हैं, “मैं अपनी गेहूं की फसल को काटकर कुछ दिन पहले ही घर लाया था। गेहूं को बेचने के लिए बाज़ार के चक्कर लगा रहा था। थोड़ा मुनाफे की चाहत में अभी गेहूं नहीं बेचा था। परिवार के लिए नए कपड़े लेने थे। सारे सपने इसी अग्निकांड में जलकर खाक हो गए। उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर गरिमा स्वारूप ने बताया, “लगभग 55 घर जले हैं। सरकारी सुविधाएं पीड़ितों को दी जा रही हैं। तिरपाल और लैया-चना के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था की जा रही है।
रिपोर्टर – वीरेन्द्र शुक्ला/सतीश कश्यप