लखनऊ (यूपी)। उत्तर प्रदेश में पहले अतिवृष्टि और फिर बाढ़ के बाद हजारों हेक्टेयर में फसलों का नुकसान हुआ है। किसानों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने अधिकारियों से जल्द नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट मांगी ताकि मुआवजा दिया जा सके। वहीं साल 2021-22 के दौरा बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों के मुआवजे के लिए सरकार ने 77 करोड़ 88 लाख से ज्यादा रुपए जारी किए हैं।
तीन दिन की भारी बारिश और उत्तराखंड से छोड़े गए पांच लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी ने यूपी के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में तबाही ला दी है। शारदा, घाघरा-सरयू नदिया खतरे के निशान से कई मीटर ऊपर बह रही हैं। लखीमपुर, पीलीभीत, सीतापुर, बाराबंकी, श्रावस्ती औऱ गोंडा जिले के सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक मानसून सीजन में भी जिन गांवों में पानी नहीं चढ़ा था वहां कई मीटर पानी है। इससे पहले अगस्त में औरैया और जालौन लेकर बुंदेलखंड के कई जिलों में भीषण बाढ़ आई थी जबकि सीतापुर, लखीमपुर, आजमगढ़, बाराबंकी, देवरिया और मऊ समेत दर्जनों जिले लंबे समय तक बाढ़ की चपेट में रहे थे, जिससे खरीफ की फसलों को भारी नुकसान हुआ था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में लखनऊ में कहा कि राज्य सरकार बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की पूरी मदद के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि पिछले दिनों अतिवृष्टि से जिन जनपदों में कृषि फसलों की क्षति हुई है, उसका तत्काल सर्वे कराकर प्रभावित किसानों का विवरण कृषि अनुदान मॉड्यूल में ऑनलाइन फीड किया जाए, ताकि शासन द्वारा प्रभावित किसानों के लिए मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा सके।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में कृषि निवेश अनुदान के अन्तर्गत राहत सहायता प्रदान किए जाने की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों की मुआवजा राशि का वितरण प्रभावित किसानों को शीघ्र किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि 35 जनपदों के 2,35,122 प्रभावित किसानों के लिए 77 करोड़ 88 लाख 96 हजार 748 रुपए की धनराशि राज्य आपदा मोचक निधि से जारी की गई है।
जिन जिलों के लिए राहत राशि जारी कीगई है उनमें देवरिया, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, मीरजापुर, संतकबीर नगर, सीतापुर, कुशीनगर, बलिया, बहराइच, मऊ, वाराणसी, झांसी, गाजीपुर, बाराबंकी, जालौन, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, चन्दौली, कौशाम्बी, अम्बेडकरनगर, बिजनौर, बस्ती, गोण्डा, चित्रकूट, बलरामपुर, बांदा, औरैया, फर्रुखाबाद, पीलीभीत, कानपुर देहात, भदोही, सुल्तानपुर, आगरा तथा श्रावस्ती शामिल हैं।