यूपी में निवेश को लेकर 21 फरवरी से शुरू होगा ‘महाकुंभ’ 

Uttar Pradesh Investors Summit-2018

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर मंथन और आगे की राह तय करने के लिए बुधवार से महाकुंभ शुरू हो रहा है। देश-विदेश से आने वाले सैकड़ों बिजनेस डेलिगेट्स और प्रतिनिधि प्रदेश के विकास पर चर्चा करेंगे।

उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट-2018 का आगाज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 21 फरवरी से हो रहा है, इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे, और समापन सत्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल रहेंगे। इसके अलावा होने वाले अलग-अलग सेशन में केन्द्रीय मंत्री शामिल होंगे।

यूपी इन्वेस्टर्स समिट में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया, “अभी तक करीब 900 एमओयू आ चुके हैं, और एमओयू के प्रार्थना पत्र आ रहे हैं। प्रदेश में विकास की बहुत संभावनाएं हैं, जिन पर बड़े पैमाने पर बात होगी।”

इस कार्यक्रम में देश-विदेश से आने वाले प्रतिनिधियों को देखते हुए बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। दो दिनों में कुल 30 सेशन होंगे, जिनमें अलग-अलग विषयों पर चर्चा होगी। ये कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के पांच हॉल में होंगे। एग्री फूड प्रोसेसिंग से लेकर टूरिज्म तक के सेशन होने हैं।

“सेशन को ऐसे डिजाइन किया गया है, कि एक केन्द्रीय मंत्री के साथ, एक प्रदेश के मंत्री रहेंगे और सेशन का संचालन उस विभाग के प्रमुख सचिव करेंगे,” अनूप चंद्र पांडेय, कमिश्नर इंफ्रास्ट्रक्चर एवं औद्योगिक विकास ने बताया।

मारीशस, नीदरलैँड, फिनलैंड, थाईलैंड, स्लोवाकिया आदि देशों के प्रतिनिधि मंडल शामिल हो रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ के साथ मुलाकात कर प्रदेश में निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे।

स्टार्टअप सेशन के साथ-साथ रक्षा उपकरणों से संबंधित सेशन होंगे, जो कि काफी महत्वपूर्ण हैं। लखनऊ पहुंचने वाले किसी भी मेहमान को कोई दिक्क्त न हो, इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है। ट्रैफिक डायवर्जन से लेकर मेहमानों को लाने, ले जाने के लिए बसें चलाई जाएंगी।

लोक प्रस्तुतियों से गुलजार रहेगा इन्वेस्टर्स समिट

उत्तर प्रदेश को विश्व पटल पर प्रमुखता से स्थापित करने, प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित करने और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समिट-2018 के अवसर पर उत्तर प्रदेश की लोक कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए प्रदेश के विभिन्न लोक अंचलों- पूर्वांचल, अवध, आदिवासी क्षेत्र, बुन्देलखण्ड, ब्रज और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न कला विधाओं के कार्यक्रम सम्पन्न होंगे, इनमें चरकुला, राई, करमा, धोबिया, फरूवाही लोक नृत्यों के साथ-साथ अवधी, भोजपुरी, बिरहा, आल्हा आदि लोक गायन की भी मनोरंजक प्रस्तुतियां होगी।

सचिव, संस्कृति जगत राज ने बताया, “चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट पर लोक कलाकारों की टोलियां अपनी मनोरम प्रस्तुतियों के माध्यम से अतिथियों का स्वागत करेंगी और शहीद पथ पर निर्मित स्वागत द्वार पर भी कलाकारों का एक दल अपनी प्रस्तुतियां देगा।

मुख्य कार्यक्रम स्थल इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में लगभग 150 कलाकार विभिन्न लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां कर उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का दृश्य प्रस्तुत करेंगे। 20 फरवरी, 2018 को समिट की पूर्व संध्या पर ये सभी कलाकार अपनी-अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

यह पहला अवसर है, जब प्रदेश के कलाकारों को अपने प्रदेश की लोक संस्कृति को इतने बड़े कैनवस पर प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर विभिन्न लोक संस्कृतियों के पारस्परिक सम्मेलन से सांस्कृतिक संगम का अनूठा दृश्य भी अतिथियों के साथ-साथ शहरवासियों को देखने को मिलेगा।

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