लखनऊ (यूपी)। गन्ना किसानों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग कई बदलाव किए हैं। गन्ने की तौल के लिए पर्चियां सही समय पर सभी किसानों को मिलती रहे इसके लिए गन्ना किसानों को घोषणा पत्र जारी करना होता है। प्रदेश में ये तारीख कई बार बढ़ाई जा चुकी है। लेकिन इस बार 15 नवंबर को आखिरी तारीख तय की गई है।
प्रदेश में गन्ना एवं चीनी विभाग के अयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने कहा कि पूर्व में कुछ गन्ना किसान ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने से वंचित रह गये। इन किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन घोषणा-पत्र भरने के लिए अन्तिम अवसर प्रदान करते हुए किसान भाइयों से अपील की जाती है कि वे अपना ऑनलाइन घोषणा-पत्र बिना अन्तिम तिथि का इन्तजार किये शीघ्रातिशीघ्र भर लें। क्योंकि अन्तिम तिथियों में एक साथ ज्यादा किसानों द्वारा एक साथ घोषणा-पत्र भरे जाने पर वेबसाइट के सर्वर पर भी अनावश्यक भार बढ़ेगा, जिससे किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।”
गन्ना किसानों से अपील:- अन्तिम तिथि 15 नवम्बर, 2021 तक हर हाल में भरें ऑनलाइन घोषणा-पत्र: आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, उ.प्र.#canewebsitehttps://t.co/n378lK12d0https://t.co/XxBQzs8Rrz
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प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए ई.आर.पी. की वेबसाइट-http://www.upcane.gov.in/ पर ऑनलाइन घोषणा पत्र भरना होता है। अगर किसानों ने इस तारीख तय अपने घोषणा पत्र जारी नहीं किए तो उनका गन्ना मिलों तौला नहीं जा सकेगा।
गन्ना आयुक्त ने किसानो से अपील करते हुए कहा, “बार-बार अन्तिम तिथि को बढाये जाने के बावजूद भी जिन किसानों द्वारा घोषणा-पत्र नहीं भरा जाएगा उन गन्ना किसानों का सट्टा खुद ही बन्द हो जाएगा और उनको एस.एम.एस. के माध्यम से कोई भी पर्ची प्राप्त नहीं हो सकेगी, जिसके लिए किसान स्वयं जिम्मेदार होगा।”
“लॉकडाउन की अवधि के समय भी गन्ना किसानों के लिए मददगार साबित हो रही है ई.आर.पी व्यवस्था”#canewebsite https://t.co/9NUV4dG4yghttps://t.co/XxBQzs8Rrz
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