लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल जैसा खौफनाक मामला सामने आया है, जहां एक छात्र अधमरी हालत में बरामद हुआ है। खून से लथपथ छात्र को फौरन अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
लखनऊ के त्रिवेणी नगर स्थित ब्राइटलैंड स्कूल में कक्षा एक के छात्र ऋतिक (सात वर्ष) को चाकू मारकर स्कूल के बाथरूम में बंद कर दिया गया। स्कूल में प्रार्थना के लिए बच्चों को बुलाया जा रहा था तभी स्कूल डिस्पलिन हेड जब बाथरूम के पास से गुजर रही थी, तब उसे बाथरुम का दरवाजा पीटने की आवाज सुनाई पड़ी। दरवाजा खुला, तब ऋतिक खून से लथपथ हालत में था। उसके बाद घायल बच्चे को किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। बता दें कि ऋतिक के क्लास रुम से बाथरुम की दूरी 200 मीटर है।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर के सर्जरी विभाग के हेड डॉ. संदीप तिवारी ने बताया, “बच्चे की हालत गंभीर है। बच्चा अभी डेंजर जोन में है जो आगे 48 से 72 घंटे तक डेंजर जोन में ही रखा जायेगा। अभी हमने ऑपरेशन नहीं किया है। आगे जरुरत पड़ी तो बच्चे का ऑपरेशन किया जायेगा। बच्चे के पेट और छाती पर गंभीर घाव है और बाकी शरीर पर कई कई घाव हैं।”
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ब्राइटलैंड स्कूल की प्रिसिपंल रीना मानस ने बताया, “घटना 16 जनवरी की सुबह की है। एसेम्बली खत्म होने के बाद क्लास वन एक में पढ़ने वाले बच्चे रीतिक उन्हें लहुलुहान मिला। उन्हें कुछ बात समझ में नहीं आई कि यह कैसे हुआ वह तुरंत बच्चे रीतिक को लेकर देवकी नर्सिंग होम गई, लेकिन नर्सिंग होम में कोई सीनियर डाक्टर न होने के कारण वह बच्चे को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंची।” उन्होनें बताया कि वह घटना की सूचना देने अलीगंज थाने गई थी, लेकिन जब उन्हें पता चला कि एसओ अवकाश पर है तो उन्होंने घटना की सूचना एसपी टीजी के आफिस में दे दी।
एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि उन्हें छात्र को चाकू मारने की कोई जानकारी नहीं। अलीगंज पुलिस का कहना है कि छात्र के चाकू एक सीनियर छात्रा ने मारा है, अभी आरोपित छात्रा का पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। स्कूल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। एसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार का कहना है, “गंभीरता से पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीड़ित परिवार से मुलाकात की है।”
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मुंह में ठूसा था लाल कपड़ा
स्कूल के टीचर अमित सिंह चौहान ने बताया, ‘मैने बच्चे को खून से लथपथ देखा तो तुरंत निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बच्चे के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान देखते हुए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। जब मैंने बच्चे को देखा तब उसके मुंह में लाल रंग का कपड़ा ठूंसा था। जिससे उस पर लगे खून का अंदाजा नहीं हो रहा था।”
हाथ पैर बंधे थे बेटे के : छात्र के पिता
ऋतिक के पिता राजेश सिंह त्रिवेणीनगर निवासी हैं और हाईकोर्ट में नौकरी करते हैं। राजेश सिंह ने बताया कि मंगलवार को बच्चे को स्कूल छोड़ने के बाद कोर्ट चले गए थे। कुछ समय बाद स्कूल से फोन आया कि उनके बच्चे को चोट लग गयी है। इस पर वह पत्नी को लेकर स्कूल पहुंचे। तब पता चला कि बच्चे पर चाकू से हमला किया गया था।