लखीमपुर हिंसा: मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू क्राइम ब्रांच के सामने पेश

लखीमपुर हिंसा मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के पांचवें दिन मुख्य आरोपियों में से एक आशीष मिश्रा पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुआ।
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लखीमपुर केस में मुख्य आरोपियों में एक और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा (मोनू) यूपी पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो गया है। यूपी पुलिस ने 4 किसानों की गाड़ियों से कुचलकर हत्या के मामले में समन जारी किया था। 3 अक्टूबर को तिकुनिया में हुए हिंसा और विवाद के मामले में आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है। हालांकि उनके परिजन दावा करते रहे हैं कि आशीष का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। इस हिंसा में 4 प्रदर्शनकारी किसानों, 2 बीजेपी कार्यकर्ताओं, केंद्रीय मंत्री के एक ड्राइवर और एक पत्रकार की जान गई है।

देश और प्रदेश में कानून का राज, निर्दोष पर नहीं होगी कोई कार्रवाई- अजय मिश्रा

आशीष मिश्रा उर्फ मोनू भइया को सुबह 11 बजे पुलिस लाइन में पीछे के रास्ते से अंदर लाया गया। अंदर अकेले सिर्फ आशीष मिश्रा है जिनसे पूछताछ हो रही है।

एक तरफ जहां पुलिस लाइन में मीडिया की भारी भीड़ और पुलिस की सुरक्षा वहीं दूसरी तरफ संसदीय कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ताओं, आशीष मिश्रा और उनके पिता अजय मिश्रा टेनी के समर्थकों की भारी भीड़ जमा है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश और देश में कानून का राज है, हमारी सरकारों निष्पक्ष कार्रवाई में विश्वास रखती हैं। इसलिए सभी कार्यकर्ताओं से मैं ये कहना चाहूंगा कि विश्वास रखिए, जांच एजेंसिया सही काम कर रही हैं। जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी, जो निर्दोष हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।” उन्होंने आगे कहा, “अब सब का प्यार है इसके लिए बहुत धन्यवाद है। आप लोग शांति बनाए रखिए और धीरज के साथ जो परिस्थितियां बन रही हैं उनका सामना करना चाहिए।”

यूपी की क्राइम ब्रांच ने Ashish mishra  को पूछताछ के लिए हाजिर होने और अपना पक्ष रखने के लिए दो नोटिस जारी कि गए थे। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी भी जताई थी। जिसका लब्बोलुआब था कि था कि क्या आप ऐसा ही रवैया दूसरे 302 के आरोपियों के बारे में करते हैं। कहा ये भी जा रहा था कि मोनू नेपाल भाग गया है। शुक्रवार लखनऊ में बीजेपी कार्यालय पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने मीडिया से कहा था कि उनका उनके बेटा इस पूरे केस में शामिल नहीं है। वो घर पर है और पुलिस की जांच को हम लोग पूरा सहयोग करेंगे।

क्राइम ब्रांच लखीमपुर खीरी

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, “किसानों के भेष में छिपे कुछ उपद्रवियों ने जिस तरह से लोगों को पीटा है, अगर आपने वीडियो में देखा होगा, तो आपको यह भी विश्वास हो जाएगा कि वहां पर अगर मेरा बेटा होता तो उसकी भी हत्या हो जाती। जिस तरह ये दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से ये झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं वो इस सरकार, योगी जी की सरकार में निष्पक्ष जांच होगी। अगर दूसरा राज्य होता तो जिस तरह बड़े पद मैं हूं तो उसके एफआईआर भी दर्ज नहीं होती, लेकिन हम रिपोर्ट दर्ज करेंगे और निष्पक्ष जांच करेंगे।”

शुक्रवार की सुबह आशीष मिश्रा के कानूनी सलाहकार अवधेश कुमार मिश्रा ने लखीमपुर में मीडिया से कहा कि “हम नोटिस का सम्मान करेंगे और जांच में सहयोग करेंगे। आशीष मिश्रा आज पुलिस के सामने पेश होंगे।” इस बयान के कुछ देर बाद आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचा है।

लखीमपुर हिंसा के विरोध में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर पर मौन और अनशन पर बैठे पंजाब कांग्रेस के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना अनशन खत्म कर दिया है। उन्होंने अपना अनशन अशीष मिश्रा के क्राइम ब्रांच दफ्तर के पहुंचने तोड़ा है। 

संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति की प्रेस कॉन्फ्रेंस

इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति आज दोपहर एक बजे दिल्ली प्रेस क्लब में मीडिया से बात करेंगे। समन्वय समिति के सदस्य राकेश टिकैत, हन्नान मौला, जोगिंदर सिंह उग्रहान, दर्शनपाल, योगेंद्र यादव, हरपाल बिल्लारी, सुरेश कौथ मीडिया से बात करेंगे। माना जा रहा है इसमें आगे की रणनीति पर आंदोलन की रणनीति भी तय की जाएगी।

तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?

लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के गांव में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का कार्यक्रम था, जिसमें तिकुनिया इलाके में डिप्टी सीएम का हेलीकॉप्टर उतरना था लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के एक बयान से नाराज किसानों ने हेलीपैड पर कब्जा कर रखा था। जिसके बाद डिप्टी सीएम ने प्रोग्राम बदलकर सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया। इसी दौरान आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे Ashish Mishra (monu) ने प्रदर्शनकारी किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, फायरिंग की, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई। जिसके बाद की हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारी किसानों ने गाड़ियों से उतरने वाले तीन लोगों की लाठी डंडों से पिटाई कर दी। जिसमें बीजेपी के 2 कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की मौत हो गई। इस संबंध में कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं। केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में कहा कि घटना के वक्त उनका बेटा गाड़ियों में नहीं था और गाड़ियां डिप्टी सीएम की अगवानी के लिए जा रही थीं, इस दौरान प्रदर्शकारियों ने पत्थरबाजी की। इस मामले में कई प्रत्यक्षदर्शी सामने आए हैं, को थार जीप में सुमित मिश्रा के साथ सवाल थे उन्होंने कहा कि मुख्य अतिथि की अगवानी के लिए जाते वक्त प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार पर हमला किया। इस संबंध में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के पिता की तरफ से लखीमपुर कोतवाली में दी गई तहरीर में भी लिखा गया है कि शुभम ड्राइवर हरिओम के साथ मुख्य अतिथि की अगवानी के लिए जा रहा था इसी दौरान तिकुनिया में कुछ अराजक तत्वों ने गाड़ी पर हमला किया। और लाठी डंडों से तलवारों से हमला किया, जिसमें डाइवर, शुभम मिश्रा और श्याम सुंदर की मौत हो गई। जबकि स्थानीय प्रदर्शनकारियों का कहना था कि गाड़ियां जानबूझकर कर इधर लाई गईं और हमला किया गया।

Input Mohit Shukla

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