लखनऊ। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत को लेकर मुख्य सचिव ने जांच की रिपोर्ट आज शाम सरकार को सौंप दी थी, जिसके बाद सीएम योगी ने प्रिंसिपल समेत छह लोगों के खिलाफ FIR का निर्देश दे दिया है।
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव राजीव कुमार की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति ने आज शाम को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। इसके बाद मामले के दोषी लोगों के खिलाफ कार्वाई का रास्ता साफ हो गया है।
रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई थी। सीएम योगी ने जांच रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा अनीता भटनागर जैन को हटा दिया गया है। उनको डीजी ट्रेनिंग बना दिया गया है। उनकी जगह रजनीश दुबे को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत 12 अगस्त को मुख्य सचिव की अगुवाई में एक जांच समिति गठित की थी और उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में गत 10-11 अगस्त की रात को संदिग्ध हालात में बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत की जांच का जिम्मा सौंपा गया था।
मालूम हो कि गत 10-11 अगस्त की रात को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदिग्ध हालात में करीब 60 बच्चों की मौत हुई थी। ऐसे आरोप लगाए गए थे कि यह घटना ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई। हालांकि राज्य सरकार ने इन दावों को गलत बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे।