गोरखपुर हादसा : बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की पत्नी डॉ. पूर्णिमा भी निलंबित

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लखनऊ। गोरखपुर के बीआरडी (बाबा राघवदास) मेडिकल कॉलेज के निलंबित प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्र की पत्नी डॉ. पूर्णिमा शुक्ला को भी निलंबित कर दिया गया है। डॉ. पूर्णिमा शुक्ला शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में वरिष्ठ चिकित्साधिकारी के पद पर कार्यरत थीं और उन पर कमीनश के लिए ऑक्सीजन का भुगतान रोकने का गंभीर आरोप था।

उन पर लगे इन आरोपों को जांच समिति ने इन आरोपों को सही पाया। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 72 बच्चों की मौत हुई थी। डॉ. पूर्णिमा शुक्ला मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित आवास से 22 किलोमीटर दूर गोला तहसील के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में पदस्थ थीं, लेकिन उनका बीआरडी मेडिकल कॉलेज में खासा दखल था।

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समिति की रिपोर्ट के आधार पर आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी ने पूर्णिमा शुक्ला के निलंबित कर दिया। बच्चों की मौत के बाद कमीशन के लिए ऑक्सीजन का भुगतान रोके जाने की बात सामने आई थी और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी इसकी पुष्टि की थी।

बच्चों की मौत के मामले के बाद उठे विवाद में तत्कालीन प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्र के अलावा डॉ. पूर्णिमा शुक्ला पर भी पैसे के लेन-देन और कॉलेज के प्रशासनिक कार्यों में हस्तक्षेप के आरोप लगे थे। इन आरोपों के चलते ही पहले उन्हें कॉलेज के होम्योपैथी सेंटर से हटाया गया। इसके अलावा वे गोला स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय में वरिष्ठ चिकित्साधिकारी के तौर पर अपनी ड्यूटी से लगातार गायब रहती थीं।

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आयुष विभाग के विशेष सचिव यतींद्र मोहन, संयुक्त सचिव ऋषिकेश दुबे और होम्योपैथी निदेशक डॉ. वीके विमल ने गुरुवार को गोरखपुर में जांच करके शुक्रवार सुबह शासन को रिपोर्ट सौंप दी। जिसके आधार पर शाम तक डॉ. पूर्णिमा शुक्ला को निलंबित कर दिया गया।

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