कोविड के बढ़ते संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की टीम-9 के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस संक्रमण का खतरा टला नहीं है। इसलिए सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क लगाएं, सैनिटाइजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेन्सिंग का कड़ाई से पालन करें।
प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2,038 नए मामले आए हैं, जबकि पूरे देश बीते चौबीस घंटे के दौरान 58,097 नए मामले सामने आए, इस तरह भारत में वर्तमान में 2,14,004 सक्रिय मामले है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस संक्रमण को लेकर लोगों को अनावश्यक पैनिक करने की आवश्यकता नहीं है, जरूरत इस बात की है कि इस संक्रमण से बचने के लिए सभी एहतियात बरते जाएं।
संक्रमण को लेकर लोगों को अनावश्यक पैनिक करने की आवश्यकता नहीं है, जरूरत इस बात की है कि इस संक्रमण से बचने के लिए सभी एहतियात बरते जाएं।
आईसीसीसी और निगरानी समितियों को प्रभावी ढंग से एक्टीवेट किया जाए।
निगरानी समितियां अपने-अपने सम्बन्धित क्षेत्रों में टीका न लगवाने वाले लोगों की सूची तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें और जिला प्रशासन इनके टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
संक्रमण के दृष्टिगत टेस्टिंग के लिए पिछली कोरोना वेव के दौरान संतोषजनक कार्य करने वाली लैब्स को एक्टीवेट किया जाए, लेकिन इनकी कार्य प्रणाली और इनके द्वारा मुहैया करायी जा रही रिपोर्ट की मॉनीटरिंग की जाए।
10वीं तक के सभी शासकीय व निजी विद्यालयों में मकर संक्रांति तक अवकाश घोषित करने के निर्देश दिये। इस अवधि में विद्यार्थियों का टीकाकरण जारी रहेगा।
शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता न हो।
खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति न दी जाए: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/cYCfajb0ks
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 4, 2022
सभी शासकीय, अर्धशासकीय तथा निजी कार्यालयों, आईटी संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारकों, होटल-रेस्त्रां, औद्योगिक इकाइयों, व्यापारिक स्थलों, मॉल्स, अस्पतालों, आस्थानों सहित धार्मिक स्थलों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश।
हर जिले में मौजूद एम्बुलेन्सों में से 10 प्रतिशत एम्बुलेन्सों को आईसीसीसी से जोड़ने के निर्देश।
नाइट कर्फ्यू रात 10 से प्रातः 06 बजे तक लागू किया जाए, यह व्यवस्था 06 जनवरी, 2022 से प्रभावी कर दी जाए।
कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के दृष्टिगत राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल से परामर्श कर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश।
लोगों को संक्रमण के विषय में सही जानकारी दी जाए, इससे बचाव के उपाय भी बताये जायें, संक्रमित व्यक्ति को आवश्यक दवाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी जाए।
सभी औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करने और कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश, औद्योगिक इकाइयों को बन्द न किया जाए।
कक्षा 10 वीं तक के सभी शासकीय व निजी विद्यालयों में मकर संक्रांति तक अवकाश घोषित किया जाए।
इस अवधि में किशोरों का टीकाकरण जारी रहेगा: #UPCM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/rXUYa75v9Y
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 4, 2022
जरूरतमंदों को किये जा रहे खाद्यान्न वितरण को प्रभावी बनाने के निर्देश।
संक्रमण के मद्देनजर आवश्यक दवाओं की किट्स तैयार रखने के भी निर्देश।
सभी जनपदों के नोडल अधिकारी अपने-अपने जनपदों के जिलाधिकारियों से सम्पर्क कर स्थिति और तैयारियों की समीक्षा करें।
जिन जनपदों में एक्टिव केस की न्यूनतम संख्या 1000 से अधिक हो जाए, वहां जिम, स्पा, सिनेमाहॉल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किया जाए।
शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता न हो। खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति न दी जाए। मास्क-सैनीटाइजर की अनिवार्यता रहे।
प्रदेश में बांटी जाएंगी एक करोड़ मेडिकल किट
इस हफ्ते से ही घर-घर मेडिकल किट का वितरण किया जाएगा। प्रदेश सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमएससीएल) एक करोड़ मेडिकल किट का वितरण करेगा।
अब तक प्रदेश में निगरानी समितियों की ओर से 77 लाख एडल्ट मेडिकल किट और 25 लाख से अधिक बच्चों की मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है। यूपीएमएससीएल के जीएम डॉ राज कुमार ने बताया कि एसिम्टोमैटिक और सिम्टोमैटिक मरीजों के लिए मेडिकल किट तैयार हैं जिनका वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस किट में नवजात शिशु से लेकर एक साल तक और एक से पांच वर्ष की उम्र के बच्चों की मेडिकल किट में पैरासिटामोल सीरप की दो शीशी, मल्टी विटामिन सीरप की एक शीशी और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है।
छह से 12 वर्ष की उम्र के बच्चों और 13 से 17 वर्ष की उम्र के किशोरों की मेडिकल किट में पैरासिटामोल की आठ टैबलेट, मल्टी विटामिन की सात टैबलेट, आइवरमेक्टिन छह मिली ग्राम की तीन गोली और दो पैकेट ओआरएस घोल रखा गया है।