नई दिल्ली (भाषा)। अब देशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तीन से छह साल के बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा प्रदान करने के लिए योग्य बनने के लिए प्रशिक्षण से गुजरना होगा।
इस कदम का लक्ष्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका को और सार्थक बनाना है।सरकार समेकित बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) कार्यक्रम को नया स्वरुप प्रदान करेगी। इस कार्यक्रम के तहत छह साल तक के बच्चों और उनकी माताओं को आहार एवं प्राथिमक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज कहा, ‘ ‘आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका और कार्य खाद्य वितरण से स्कूली शिक्षा अध्यापन की ओर ले जाया जाएगा। इसके पीछे यह विचार है कि आईसीडीएस को और सार्थक एवं प्रभावी बनाया जाए। ‘ ‘ मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार सरकार ने खाद्य वितरण के वैकल्पिक तरीके ढूढ़ लिया है ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अध्यापन पर ध्यान दे पाएं। यह बच्चे के विकास के लिए अहम है।
ये भी पढ़ें:किराए के आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाएं बेहतर’
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 2016-17 का राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार पुरस्कार प्रदान करने के पश्चात गांधी ने कहा कि अधिकारियों ने इन कार्यकर्ताओं को चुनाव में काम करवाकर, राजनीतिक सभाओं में उन्हें लाकर, या विशिष्ट अतिथियों का उनसे स्वागत करवाकर चार दशक तक उनका दुरुपयोग किया लेकिन पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने इस पर रोक लगा दी। देश में करीब 27 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायक हैं।