लखनऊ। 2013 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसिड बेचने पर पाबन्दी लगाने के बावजूद आज भी एसिड आसानी से हर जगह उपलब्ध है। एसिड की आसानी से उपलब्धता के कारण ही आसानी से एसिड की घटनाएं हो रही है।
एसिड अटैक पीड़िता प्रीती बताते हैं, “नवीन गल्ला मंडी के पास ज़्यादातर दुकानों में एसिड उपलबध है। हमने एक बार एक सात साल की लड़की को चॉकलेट की लालच देकर एसिड लाने के लिए भेजे थे। थोड़ी देर में वो लड़की कोल्ड ड्रिंक की बोतल में तेजाब लेकर आ गयी। दुकानदार ने एक सात साल की लड़की को एसिड दे दिया। लड़की कुछ भी कर सकती थी। वो कोल्ड ड्रिंक समझकर पी भी सकती थी।
गोमती नगर में भी एकबार ऐसा ही हुआ। मैं एसिड कैम्पैन का ड्रेस पहनी थी और एक दुकानदार से एसिड मांगी तो उसने बिना कुछ पूछे मुझे एसिड लाकर दे दिया। राजधानी लखनऊ में जब यह स्थिति है तो गाँवों में स्थिति होगी। सरकार को एसिड की बिक्री पर सख्ती से प्रतिबन्ध लगाना होगा। प्रतिबन्ध लगाए बगैर स्थिति में बदलाव नहीं आने वाला है।