लखनऊ। सपा सरकार में विवादित और चर्चित रहे कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति आखिरकार गैंगरेप केस में गिफ्तार हो गए हैं। पुलिस ने उन्हें मेडिकल जांच के बाद लखनऊ की अदालत में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भे दिया गया है।
अखिलेश यादव सरकार में चर्चित रहे गायत्री प्रजापति और उनके कई साथियों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। गायत्री पर चित्रकूट की एक महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। इस मामले में अब तक उनके सात साथी गिरफ्तार हो चुके हैं। लखऩऊ पुलिस ने कल उनके बेटे को उठा लिया था।
मेडिकल जांच के बाद हुई पेशी
गिरफ्तारी के बाद लखनऊ पुलिस गायत्री प्रजापति को राजधानी के दीनबंधु अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले गई। डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरफ फिट बताया, जिसके बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश किया। अदालत ने गैंगरेप केस में आरोपी गायत्री को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भे दिया है। गायत्री 27 फरवरी से फरार चल रहे थे, वो अमेठी से सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार थे और मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद ही भूमिगत हो गए थे।
मेरा नार्को टेस्ट करवाया जाए- गायत्री प्रजापति
पुलिस की गिरफ्त में आऩे के बाद गायत्री प्रजापति को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा, इस दौरान मीडिया से बात करते हुए गायत्री ने कहा कि वो निर्दोष हैं और मेरा नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए। हालांकि लखनऊ की एसएसपी मंजुल सैनी ने कहा कि अपराधी तो खुद को निर्दोष बताते ही हैं। पुलिस अपना पक्ष पूर जोर तरीके से रखेगी।