गर्मियों की छुट्टियां होते ही बच्चे सारा दिन टीवी या फिर बेकार बैठ कर समय बिताते हैं। वे आलसी हो जाते हैं। इस समय माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों के खाली वक्त को कैसे उपयोग में लाया जाए। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें किसी समर कोर्स में प्रवेश दिला दी जाए। कई स्कूल और शिक्षण संस्थाएं ऐसे कोर्स कराती हैं जो बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ उनके सामाजिक कौशल भी उभारते हैं।
कोर्स का चुनाव कैसे करें
किसी भी कोर्स में बच्चे का एडमिशन कराने से पहले बच्चे की रुचि, आयु और उसकी प्राथमिकताओं का आकलन जरूरी है। बच्चे का एडमिशन ऐसे कोर्स में कराएं जहां उसे विभिन्न गतिविधियों को जानने-समझने का मौका मिले। समर कोर्स के जरिए बच्चे को शारीरिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक फायदा होगा।
बच्चों को करवा सकते हैं ये कोर्स
इंग्लिश लर्निंग कोर्स
आजकल हर जगह अंग्रेजी बोलने वालों को प्राथमिकता दी जाती है। अंग्रेजी में बातचीत करना बच्चे को आत्मविश्वासी बनाता है। अंग्रेजी बोलने के कोर्स में एडमिशन करवाने से बच्चे की योग्यता बेहतर होगी। इस कोर्स के जरिए बच्चे का शब्द भंडार विस्तृत होगा और वह सही उच्चारण भी सीख जाएगा।
म्यूजिक एंड डांस
बच्चा अगर संगीत या नृत्य में दिलचस्पी लेता है तो उसके इस कौशल को और अधिक उभारने के लिए म्यूजिक या डांस क्लॉस ज्वाइन कराएं। अपने बच्चे से पूछें कि वह किस शैली का नृत्य या संगीत सीखना चाहता है उसी के अनुसार उन्हें कोर्स में एडमिशन करा दें।
शिल्पकला
यह कोर्स बच्चों का सबसे मनपसंद कोर्स हो सकता है क्योंकि यहां एक कोर्स के अंतर्गत तरह-तरह की गतिविधियों में बच्चे हिस्सा ले सकते हैं। इस कोर्स में कागज से बनने वाली चीजें जैसे मुखौटे, कोलाज बनाना, गिफ्ट पैक करना आदि कार्टून स्कैच, मिट्टी के पॉट्स या कलाकृतियां बनाना, पेंटिंग तथा कई तरह के सजाने के सामान बनाना सिखाया जाता है।
कंप्यूटर कोर्स
बच्चे को अल्प अवधि के कम्प्यूटर कोर्स में हिस्सा लेने को प्रेरित करें। कोर्स के दौरान बच्चा कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी हासिल कर सकता है। वह कई तरह के सॉफ्टवेयर के बारे में जानेगा।
गो-ग्रीन वर्कशॉप
आप बच्चे को गो-ग्रीन वर्कशाप के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं। इस कोर्स के माध्यम से पर्यावरण संबंधी जानकारी मिलेगी। बेकार की चीजों से काम की चीजें बनाना, कागज का दोबारा उपयोग आदि न सिर्फ उसे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना सिखाएगा बल्कि इन संसाधनों के उपयोग की भी जानकारी उसे मिलेगी।
पर्सनालिटी डेवलपमेंट
बच्चे के व्यक्तित्व-विकास में सहायक पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कोर्स एक अच्छा विकल्प है। इस कोर्स में हिस्सा लेकर बच्चा खुद को लोगों के समक्ष प्रस्तुत करने का साहस पैदा कर सकता है।