गाँवों में ‘ड्रग वेंडिंग मशीन’ से मरीजों को मिलेंगी दवाएं

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य उपकेंद्रों में एटीएम की तर्ज पर ड्रग वेंडिंग मशीनें लगाई जाएंगी। इस मशीन से वैसे ही दवा निकलेगी, जैसे एटीएम से रुपए निकलते हैं। इससे मरीजों को दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। पहले चरण में फैजाबाद व बाराबंकी के 100 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में ये मशीनें लगाए जाने की तैयारी है।

सरकार ने इसके लिए उन स्वास्थ्य उपकेंद्रों को चुना है, जहां सबसे अधिक संख्या में मरीज आते हैं। इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर दवाओं के वितरण में सबसे अधिक दिक्कत आती है। इसे देखते हुए ड्रग वेंडिंग मशीनें लगाने का फैसला किया गया है। 

ड्रग वेंडिंग मशीनों से लोग दवाओं के साथ ही कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां व गर्भ जांचने वाली स्ट्रिप भी ले सकेंगे। ग्रामीण इलाकों में अक्सर लोग झिझक की वजह से दवा काउंटर या फिर बाजार से ये चीजें ले नहीं पाते हैं। मशीन से लोग आसानी से ये चीजें ले सकेंगे। इससे जनसंख्या वृद्धि पर भी अंकुश लगेगा।

वेंडिंग मशीनें लगाने के लिए टेंडर मांगे

स्वास्थ्य विभाग ने ड्रग वेंडिंग मशीनें लगाने के लिए टेंडर मांगे हैं। स्वास्थ्य महानिदेशालय में 17 दिसंबर से 4 जनवरी तक 1150 रुपए में टेंडर के प्रपत्र मिलेंगे। पांच जनवरी को दोपहर ढाई बजे तक भरे हुए टेंडर जमा किए जाएंगे। इसी दिन तीन बजे टेंडर खोले जाएंगे।

एसएमएस से करेंगे अलर्ट

सरकार ड्रग वेंडिंग मशीनों के साथ ही एसएमएस आधारित मल्टी पैरा मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगाने जा रही है। इसके जरिये मरीजों को एसएमएस भेज कर जरूरी बातें याद दिलाई जाएंगी। जैसे किसी गर्भवती महिला को कब टीका लगना है, इसकी जानकारी एसएमएस भेजकर दी जाएगी। इसी प्रकार बच्चों के टीकाकरण की तिथि की जानकारी भी एसएमएस से दी जाएगी।

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