लखनऊ। अमेरिका और सिंगापुर देशों की तर्ज पर अब आपकी एक कॉल पर यूपी पुलिस आपके पास होगी। गाँव या शहर कहीं भी बस 100 नंबर डायल करेंगे और पुलिस 15-20 मिनट में आपकी सहायता के लिए पहुंच जाएगी।
उत्तर प्रदेश के लोगों की सुरक्षा और उनकी आपात स्थिति में मदद के लिए यूपी 100 सेवा का शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोमती नगर के विस्तार खंड में लोकार्पण किया। शनिवार रात आठ बजे से प्रदेश के 11 जिलों में यूपी 100 ने काम भी करना शुरू कर दिया है, बाकी सभी जिलों में यह दिसंबर से काम करने लगेगी। यूपी 100 के लिए 40 हजार पुलिसकर्मी और 3200 चार पहिया चौबीसों घंटे लोगों की सेवा में तैनात रहेंगे। इस सेवा के केन्द्रीय मास्टर कोआर्डिनेशन के लिए यूपी 100 नाम से एक कॉल सेंटर बनाया गया है जहां से यूपी 100 पर आने वाली कॉल की मॉनीटरिंग की जाएगी। फील्ड में जो गाड़ियां तैनात रहेंगी, उनको निर्देश भी यहीं से दिया जाएगा।
सरकार की नजर में लोगों की सेवा और सुरक्षा सर्वोपरि है। इसी को आधार बनाकर हमने शहर या देहात, दिन हो या रात यूपी 100 सबके साथ, को थीम बनाकर यूपी 100 की शुरूआत की है। अब लोगों की पुलिस से शिकायतें दूंर होंगी।
अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
इस सेवा को प्रदेश के लोगों को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “सरकार की नजर में प्रदेश के लोगों की सेवा और सुरक्षा सर्वोपरि है। इसी को आधार बनाकर हमने शहर या देहात, दिन हो या रात यूपी 100 सबके साथ, को थीम बनाकर यूपी 100 की शुरूआत की है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 महीने के रिकार्ड कम समय में उनकी सरकार ने यूपी 100 को पूरा करके दिखाया। इसके लिए इस परियोजना के सलाहकार वेंकट चेंगावली को सबसे ज्यादा धन्यवाद। उन्होंने अपनी टीम के दिनरात मेहनत करके इस काम को पूरा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी 100 प्रदेश के लोगों को तो राहत देगी और देश के दूसरे प्रदेश भी इससे प्रेरणा लेंगे। उन्होंने कहा कि यह देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा सेंटर बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को शिकायत रहती है कि पुलिस घटना होने के बाद आती है और पुलिस का व्यवहार अच्छा नहीं होता लेकिन अब लोगों की यह शिकायत दूर होगी और पुलिस लोगों की सहायता के लिए तुरंत पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादियों के काम कोई मुकाबला नहीं कर सकता लेकिन लोगों की शिकायत कानून व्यवस्था को लेकर होती है, जिसको यूपी 100 दूर करेगा।
इस अवसर पर यूपी 100 के सलाहकार वेंकट चेंगावली ने इस सेवा की शुरूआत प्रदेश में कैसे शुरू हुई और इसको पूरा करने के लिए क्या-क्या काम किए गए इसकी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि साल 2014 में यूपी 100 कान्सेप्ट को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले थे। उसके बाद इस परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री ने गंभीरता से काम करना शुरू किया। पूरी दुनिया में किन-किन देशों में इस तरह की सर्विस है उसका अध्ययन किया गया। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर जो पुरानी 100 सेवा थी उसको देखा गया। उसके बाद एक टीम बनाकर यह परियोजना शुरू हुई और 11 महीना पहले 10 दिसंबर, 2015 को मुख्यमंत्र अखिलेश यादव ने इसका शिलान्याय किया था और आज लोकार्पण हो रहा है। इस अवसर पर गृह सचिव देवाशीष पंडा ने यूपी 100 परियोजनों और गृह विभाग की तरफ से नागरिकों की सहायता और पुलिस को सशक्त बनाने के लिए क्या किया हुआ है बताया। लोकार्पण समारोह में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने कहा कि आज यूपी पुलिस का बदलाव दिवस है। दुनिया के सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके यूपी 100 सेवा की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए 40 हजार पुलिसकर्मियों को इस बात भी ट्रेनिंग दी गई है कि प्रदेश के नागरिकों से उनका व्यहार कैस हो। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक यातयात अनिल अग्रवाल ने इस सेवा में पुलिस और गाड़ियां कैसे काम करेंगी इसके बारे में बताया।
आज यूपी पुलिस का बदलाव दिवस है। दुनिया के सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके यूपी 100 सेवा की शुरूआत की गई है। इसके लिए 40 हजार पुलिसकर्मियों को इस बात भी ट्रेनिंग दी गई है कि प्रदेश के नागरिकों से उनका व्यहार कैसा हो।
जावीद अहमद, पुलिस महानिदेशक, यूपी
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, मंत्री राजेन्द्र चौधरी, राज्य सरकार के सलाहकार आलोक रंजन, मुख्य सचिव राहुल भटगनागर, गृह सचिव देवाशीष पांडा, डीजीपी जावीद अहमद, एडीजी अनिल अग्रवाल, यूपी 100 सेवा के सलाहकार वेंकट चेंगावली और अखिलेश यादव सरकार के मंत्री शामिल थे।
ऐसे काम करेगी डॉयल 100 सेवा
यूपी 100 देश की सबसे बड़ी पुलिस आपातकालीन प्रबंधन प्रणाली है। जहां पर प्रदेश के किसी भी कोने से अगर कोई व्यक्ति यूपी 100 पर कॉल करता है तो यूपी 100 की गाड़ी उसके लोकेशन की ऑटोमेटिक पता करके उस तक पहुंच जाएगी।