लखनऊ। भाई की हत्या पर एक बहन बीते डेढ़ साल से इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही है। मां के साथ आई बेटी ने तहसील दिवस में जिलाधिकारी से न्याय दिलाने की अपील की।
लखनऊ के पास मोहनलालगंज तहसील के जैतखेड़ा गाँव की रहने वाली पूजा थाने, एसपी, कोर्ट सभी जगह चक्कर काट चुकी है लेकिन अभी तक उसके भाई की हत्या का उसको इंसाफ नहीं मिला। तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराने आई पूजा बताती है, ”मेरी भाभी संगीता ने ही भाई को मरवा डाला। ससुराल से दो रिश्तेदार राहुल और शिवा आए थे, जो भाई राकेश कुमार को लेकर गए। इसके बाद बाराबंकी में मेरे भाई की लाश मिली जो पहचानने तक में नहीं आ रही थी। कपड़ों से उसकी पहचान हुई। राहुल और शिवा तो जेल चले गए लेकिन संगीता के दोनों भाई और वो खुलेआम घूम रही है। दोनों भाई आए दिन धमकाते भी हैं। चार बहनें हैं मेरी, मैं क्या करूं?”
राकेश की शादी 11 मई 2011 को संगीता से हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों में अनबन शुरू हो गई थी। पूजा बताती है, ”आए दिन वो ससुराल चली जाती थी। इस बात से परेशान होकर पारिवारिक न्यायालय में राकेश में विदाई का मुकदमा दायर कर दिया, जिससे संगीता और उसके घर वाले और उग्र हो गए। 31 अगस्त 2014 को उन्होंने राहुल और शिवा को भेजकर समझौते की बात कही। इस पर राकेश उनके घर तो चला गया पर वापस नहीं आया।”
पूजा संगीता और उसके घरवालों के खिलाफ शिकायत करने के लिए डीजीपी कार्यालय तक जा चुकी है पर अभी उसे न्याय नहीं मिला है। पूजा बताती है, ”संगीता ने मोहनलाल गंज थाने और समाज कल्याण विभाग में आर्थिक सहायता के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।” पूजा ने जिलाधिकारी राजशेखर से जेल में बंद दोनों कैदियों से मामले का सच जानने की अपील की है ताकि सभी दोषियों को दंड मिल सके। साथ ही पूजा ने बताया कि भाई की हत्या उसकी पत्नी ने की है तो उसे किस आधार पर आर्थिक सहायता हम लोग दें।