लखीमपुर खीरी। एक हाथ में शराब की बोतल, दूसरे हाथ में जिंदा मुर्गा। ये प्रचार करने का तरीका नहीं है बल्कि कुछ इस तरह मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं खोल-पोल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश सिंह भदौरिया।
प्रदेश में पंचायत चुनाव का शोर गाँव-गाँव में हो रहा है। प्रत्याशी किसी भी तरह वोटर को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं पर गाँव के वोटर भी प्रत्याशियों को खूब छका रहे हैं। खुलेआम मुर्गा-शराब बांटी जा रही है। ऐसे में अपने अनोखे अंदाज के लिए मशहूर पोल खोल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी गाँव की गलियों में मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं। गोंडा तहसील के निवासी नरेश सिंह भदौरिया बताते है, ”देश में लोकतन्त्र पैसातंत्र में बदल रहा है जो खतरनाक है। इस कारण से मैं सांकेतिक रूप से लोगों को मुर्गा दारू दिखाकर दूर रहने को कह रहा हूँ।”
शहर से आठ 10 किलोमीटर दूर लकेसर गाँव है। कई गाँवों में घूम-घूमकर प्रचार कर रहे नरेश सिंह जब लकेसर पहुंचे तो उनके साथ कई समर्थक भी मौजूद थे। कुछ समर्थकों के हाथ में शराब की बोतल तो कुछ के हाथों में मुर्गा था। रस्सी से बंधे कई बकरे भी उनके काफिले के साथ थे। समर्थकों के हाथों में तख्तियां थीं जिस पर लिखा था ‘मतदाता की मांग पर दारू-मुर्गा लाया हूं, वोट मांगने आया हूं।’ करीब डेढ़ घंटे तक वे अपने समर्थकों के साथ गाँव में मतदाताओं को जागरूक करते रहे।
पंचायत चुनाव में जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनाव में मतदान के दो चरण पूरे हो चुके हैं। हालांकि अभी प्रधान पद पर चुनाव के लिए तिथियां निर्धारित नहीं की गई हैं लेकिन गाँवों में जोर-शोर से प्रचार शुरू किया जा चुका है। एक पद पर करीब दो दर्जन प्रत्याशी चुनावी ताल ठोंक रहे हैं। ऐसे में गाँवों के मतदाताओं को लुभाने के लिए प्रत्याशी शराब, मुर्गा से लेकर बकरे तक सब व्यवस्था कर रहे हैं। गाँवों में खूब दावतों का दौर चल रहा है। नरेश इसी व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं। जागरूक करने के दौरान वो बताते है, ”दारू पर वोट दिया तो पांच साल पछताना पड़ेगा।”
कई राजनीतिकों के खिलाफ चुनाव लड़ चुके नरेश
नरेश अपने अनोखे चुनाव प्रचार के लिए मशहूर हैं। कभी जूतों की माला पहन कर बंदूक लेकर विधायकी का प्रचार करते हैं तो कभी लाश बनकर। भदौरिया देश के पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेई, भाजपा नेता विनय कटियार, राजनाथ सिंह, लालजी टंडन और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के खिलाफ भी चुनावी ताल ठोंक चुके हैं। भदौरिया के अनोखे अंदाज के प्रचार में गाँवो के बच्चों को खूब मजा आ रहा।
रिपोर्टर – प्रतीक श्रीवास्तव