गोंडा। बिजली चोरी से निपटने के लिए विद्युत विभाग ने कमर कस ली है। पावर कॉर्पोरेशन ऑपरेशन तारा नाम से अभियान की शुरुआत करने जा रहा है।
शहर व गाँवों में बिजली के एटीएंडसी (एग्रीगेट टेक्निकल एंड कामर्शियल लॉस) को 15 फीसदी से नीचे लाने के लिए पावर कॉर्पोरेशन तीन अलग-अलग चरणों में ऑपरेशन तारा (टर्न एराउंड रिडक्शन ऑफ एटीएंडसी) अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। पहले चरण में इस अभियान की शुरुआत चार जिलों के कुछ शहरी मोहल्लों में हो चुकी है, जबकि छोटे-बड़े टाउन एरिया के साथ ही गाँवों में इस अभियान की शुरुआत होनी बाकी है। विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता हर्ष मुंशी बताते है, ”प्रमुख सचिव ऊर्जा के निर्देशन में सभी जिलों के एक्सईएन को इस अभियान की शुरुआत अपने-अपने जि़लों में करने के लिए कहा गया है।”
बिजली के दो प्रकार से होने वाले लाइन लॉस को कम किए जाने और राजस्व बढ़ाने के लिए पावर कॉर्पोरेशन का पूरा ध्यान इन दिनों एटीएंडसी लॉस को 15 फीसदी से नीचे लाने पर टिका हुआ है। ऑपरेशन तारा के तहत शहर ही नहीं, बल्कि छोटे-बड़े टाउन एरिया, बहुसंख्य आबादी वाले गाँवों में 100 फीसदी मीटर लगाने, सभी बिजली कनेक्शनों की ऑनलाइन फीडिंग और बिलिंग करने का काम किया जाना है। इससे कोई भी बिजली कनेक्शन अवैध न रह पाएगा और जितनी बिजली का लोग उपयोग करें उतने का ही बिल चुकाएं।
हर्ष मुंशी आगे बताते है, ”इस अभियान के पहले चरण में गोंडा के आवास विकास, बहराइच के अस्पताल चौराहा, बलरामपुर और श्रावस्ती के पूरे शहर को चिन्हित कर वहां मिशन तारा-1 के तहत अभियान चलाया जा रहा है। दूसरे चरण में चारों जिलों से 20 हजार से ऊपर की आबादी वाले टाउन एरिया का चयन अभियान चलाने के लिए किया गया है। वहीं तीसरे चरण में बहुसंख्य आबादी वाले गाँवों की सूची विभागीय अभियान की शुरुआत करने के लिए तैयार कर रहे हैं। मिशन तारा वन में जिन शहरी मोहल्लों का चयन किया गया है, वहां अभियान चल रहा है।”