नई दिल्ली। अब फर्जी मोबाइल नंबर लेकर फर्जीवाड़ा करना आसान नहीं होगा। सरकार ने कहा है आऩे वाले एक साल देश का हर नंबर आधार कार्ड से जुड़ जाएगा। यानि कोई भी सिम बिना वेरीफिकेशन के नहीं मिलेगा।
यूपी में पिछले दिनों ख़बर आई कि लड़कियों के नंबर ऊंची कीमतों पर दुकानदार मनचलों को बेच रहे हैं। देश में हुई लाखों वारदातों का लिंक फर्जी कागजात पर लिए गए नंबर से जुड़ा निकला है, बिना किसी वैरिफिकेशन के दिए गए नंबर पुलिस और सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए थे। लेकिन अब हर नंबर वेरीफाइड होगा। केंद्र सरकार ने कहा कि मोबाइल सिम आधार कार्ड से जुड़ेंगे।
सिम वैरिफिकेशन मामले में केंद्र सरकार ने सोमवार क सुप्रीम कोर्ट को बताया कि एक साल में सभी सिम कार्डों को आधार से जोड़ दिया जाएगा। देश में 2 दर्जन के करीब टेलीकॉम कंपनियां हैं और 90 फीसदी सिम कार्ड प्री-पेड हैं। इनमें से लाखों कार्ड बिना किसी ठोस परिचय पत्र के बेचे जा गए हैं। ट्राइ के कई कड़े निर्देशों के बावजूद मोबाइल कंपनियां डाटा नहीं दे पाई हैं, जिसके बाद सरकार ने ये नई मैकेनिज्म बनाई है और हर नंबर को आधार से जोड़ा जाएगा वर्ना नंबर बंद कर दिया जाएगा।
स्वयं सेवी संगठन लोकनीति की जनहित याचिका पर पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि मोबाइल सिम रखने वालों के वैरिफिकेशन के लिए क्या तरीका है, इस संबंध में सरकार से विस्तार से जानकारी मांग गई थी। याचिका में कहा गया है कि केंद्र सरकार और ट्राई को ये निर्देश दिए जाएँ कि मोबाइल और सिम धारकों की पूरी जानकारी और पता उपलब्ध होना चाहिए और कोई नंबर बिना वेरिफिकेशन के नंबर न दिए जाएं।