उन्नाव। टीबी रोग की पुष्टि के लिए अब मरीज को एक सप्ताह तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। टीबी रोग के एमडीआर स्टेज की पुष्टि अब जिले के ही क्षय रोग अस्पताल में मात्र दो घंटे में ही हो सकेगी। टीबी रोग से पीड़ित मरीजों को यह विशेष सुविधा प्रदेश सरकार की आेर से उपलब्ध कराई जा रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जनवरी माह की शुरुआत के साथ ही मरीजों को जांच की सुविधा मिलने लगेगी।
जिले में टीबी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग टीबी की चपेट में आ रहे हैं। जिनमें कई मरीज एमडीआर स्टेज तक पहुंच जाते हैं। मौजूदा समय में जिले के क्षय रोग अस्पताल में सिर्फ टीबी की प्रथम स्टेज की ही जांच हो पाती है। जबकि एमडीआर व एक्सडीआर की पुष्टि के लिए बलगम की जांच के लिए नमूना लखनऊ लैब भेजा जाता है। जहां से रिपोर्ट आने में एक सप्ताह तक का समय लग जाता है। लैब से जांच रिपोर्ट आने व टीबी की पुष्टि न होने तक
मरीज का इलाज भी शुरू नहीं हो पाता है। एेसे में रोग के और अधिक जटिल होने की संभावना बढ़ जाती है। जांच रिपोर्ट आने में होने वाली देरी को कम करने व सटीक रिपोर्ट के लिए प्रदेश सरकार की आेर से जिले को अत्याधुनिक जेन एक्सपर्ट मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। इस मशीन के जरिए अब टीबी रोग की आसानी से और कम समय में जांच हो सकेगी।
जिला क्षय रोग अस्पताल के चेस्ट विशेषज्ञ डॉ. ऋषी सक्सेना ने बताया, ”जांच के सम्बंध में वह प्रशिक्षण ले चुके हैं। दिसंबर माह के अंत तक प्रदेश सरकार की आेर से स्वास्थ्य विभाग को यह खास मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी। जिसके बाद जनवरी माह की शुरुआत में ही क्षय रोग अस्पताल में जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।” उन्होंने आगे बताया, ”मौजूदा समय में माईक्रोस्कोप के जरिए टीबी रोग की पुष्टि की जाती है। माईक्रोस्कोप से बलगम की जांच के दौरान दस हजार से अधिक कीटाणु मिलने के बाद ही टीबी की पुष्टि होती है, लेकिन नई मशीन 12 कीटाणु मिलते ही टीबी की पुष्टि कर देगा। अभी प्राईवेट लैब में भी यह मशीन उपलब्ध नहीं है।”
एक्सरे से अधिक बलगम की जांच जरूरी
चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋषी सक्सेना ने बताया,”टीबी की पुष्टि के लिए अमूमन लोग एक्सरे करवाते हैं। लेकिन यह गलत है। एक्सरे से अधिक बलगम की जांच जरूरी होती है। कई मामलों में एक्सरे से टीबी की पुष्टि नहीं हो पाती है, लेकिन बलगम की जांच से टीबी की पुष्टि आसानी से हो जाती है।” उन्होंने आगे बताया, ”जिला क्षय रोग अस्पताल में सप्ताह में दो दिन बलगम की जांच की जाती है।”
टीबी के लक्षण
हल्का बुखार होना, लगातार खांसी आना, खांसी के साथ खून आना
बचाव के उपाय
-एक हफ्ते से अधिक खांसी आए तो इसे गंभीरता से लें
-टीबी के मरीजों से दूरी बनाकर रखें
-पौष्टिक आहार लें
रिपोर्टिंग – श्रीवत्स अवस्थी