जौनपुर। फसली ऋण लेने वाले लघु और सीमांत किसानों में 36 हजार किसानों का पहले चरण में कर्ज माफ होगा। किसानों की सूची सत्यापन के लिए तहसीलों को भेजी गई है। सत्यापन के बाद सूची जिला प्रशासन को भेजी जाएगी। इसके बाद सत्यापन के अंतर्गत आने वाले किसानों का 22 जुलाई तक खाता आधार से लिंक कराना होगा और फिर उन्हें कर्ज माफी का फायदा मिलेगा। सत्यापन का कार्य शुरू भी हो गया है।
भाजपा ने यूपी में सत्ता में आने से पहले यह ऐलान किया था कि किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। गत 31 मार्च को योगी सरकार ने फसली ऋण न जमा कर पाने वाले लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। सरकार ने जो मानक निर्धारित किए थे उसके अंतर्गत जिले में 98 हजार 509 किसानों का ऋण माफ होना है। इन किसानों पर करीब 4 सौ करोड़ रुपए कर्ज है। शासन के निर्देश पर बेंकों ने किसानों की सूची बनाकर शासन को भेजी थी। शासन ने इसकी सूची तैयार कर जिला प्रशासन को भेज दी।
फिर प्रशासन ने 22 जुलाई तक अपना खाता आधार से लिंक कराने को कहा। इसके बाद करीब 36 हजार किसानों ने अपना खाता अधार से लिंक कराया। इस नाते इन किसानों का फसली ऋण पहले चरण में माफ किया जाना है। जिला प्रशासन ने किसानों की सूची सत्यापन करने के लिए तहसीलों को भेजी है। लेखपाल सूची के अनुसार किसानों के खेतों का विवरण जिला प्रशासन को भेजेगा।
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इसके आधार पर किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। हालांकि जिन किसानों ने अब तक अपना खाता आधार से लिंक नहीं कराया है। उन्हें भी कर्ज माफी का फायदा मिलेगा। इसलिए उनके खाते आधार से लिंक कराए जा रहे हैं।
400 करोड़ रुपए कर्ज होगा माफ
22 जुलाई तक खाता लिंक कराने वालों को फायदा:
जौनपुर के मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने बताया, “पहले चरण में 36 हजार किसानों को कर्ज माफी का फायदा मिलेगा। उनकी सूची सत्यापन करने के लिए तहसीलों को भेज दी गई है। सत्यापन के बाद उन्हें लाभ मिलेगा।”