हस्तिनापुर सेंचुरी को ईको टूरिज्म स्पॉट में शामिल करने की योजना, करीब से देख सकेंगे घड़ियाल और डॉल्फिन  

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स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

मेरठ। हस्तिनापुर सेंचुरी में अब आप ईको टूरिज्म का भी लुत्फ उठा सकेंगे। वन विभाग और क्षेत्र के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। साथ ही सैलानियों को सेंचुरी की सुंदरता को निहारने और इसकी रग-रग से वाकिफ होने का एक बेहतरीन अवसर भी। पिछली प्रदेश सरकार ने ही हस्तिनापुर सेंचुरी को ईको टूरिज्म स्पॉट में शामिल कर लिया था। अब इसे धरातल पर ले जाने की तैयारी है।

वन विभाग के अनुसार सैलानियों को एक-एक दिन के टूर की मंजूरी दे दी गई है। अब वन विभाग इसकी तैयारी में जुटा है कि एक दिन में कौन-कौन सी साइट दिखाई जाएंगी। सेंचुरी में ईको टूरिज्म के लिए बुकिंग ऑनलाइन होगी, इसमें धार्मिक पर्यटन को शामिल किया जा रहा है।

पांचवा स्पॉट होगा हस्तिनापुर सेंचुरी

यूपी में ईको टूरिज्म का जिम्मा सरकार ने पूरे वन निगम को सौंपा है। अभी सूबे में ईको टूरिज्म के हिसाब से सूबे में चार स्पाॅट तय कर रखे हैं। यहां जाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग होती है। स्पॉट पर ही रात में रुकने की भी व्यवस्था है। स्पॉट में दुधवा नेशनल पार्क, कतर्निया घाट, मोतीपुर और ककरहा शामिल हैं। अब पांचवा स्पॉट हस्तिनापुर सेंचुरी को बनाया जाना तय है। इसको एक दिन के टूर की मंजूरी मिल चुकी है। मुख्य वन संरक्षक मुकेश कुमार इसकी पुष्टि कर चुके हैं।

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इसी साल होनी थी शुरुआत

मुख्य वन संरक्षक मुकेश कुमार बताते हैं कि 2017 में ही इसकी शुरुआत तय थी, लेकिन कुछ कारणों से शुरूआत नहीं हो सकी। जनवरी 2018 में इसकी शुरुआत की जाएगी। वो आगे बताते हैं कि टूर में सैलानियों को कहां-कहां घुमाया जाएगा, इसकी योजना बनाई जा रही है। घूमने के लिए वन विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।

कुछ ऐसी है प्लानिंग

दिल्ली या बाहर से आने वाले सैलानियों को भी पहले से ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। वन विभाग की टैक्सी उन्हे तय जगह से पिक करेगी और वापस छोड़ेगी। ईको टूरिज्म के साथ धार्मिक पर्यटन को भी जोड़ा जा रहा है। सैलानियों से उसके धर्म के बारे में जानकारी पहले ही कर ली जाएगी। अगर वह ईसाई है सरधना का ऐतिहासिक चर्च घुमाया जाएगा। हिन्दू है तो हस्तिनापुर महाभारत कालीन साइट्स दिखाई जाएंगी। जैन है तो जम्मूद्वपीप समेत अन्य जैन मंदिर दिखाएं जाएंगे। सेंचुरी में ईको टूरिज्म के लिए मखदूमपुर से शुरुआत की जाएगी। सैलानियों को बोटिंग भी कराई जाएगी, इसके अलावा पंक्षी, कछुआ पालन केन्द्र, घड़ियाल, और डाल्फिन को भी करीब से देखने का मौका दिया जाएगा। सैलानियों के साथ गाइड होगा, जो सेंचुरी के बारे में उन्हे जानकारी देगा। नाश्ता और खाना वन विभाग की ओर से सैलानियों को दिया जाएगा।

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ऐसे होगी बुकिंग

वन विभाग की वेबसाइट पर जाकर प्लान योर ट्रिप पर जाएं, यहां तारीख के हिसाब से एकमोडेशन, सैलानियों की संख्या, किस लोकेशन पर जाना चाहते हैं ,आदि जानकारी भरनी होगी। टूर का पैमेंट ऑनलाइन होगा। यह व्यवस्था पूरी तरह से वन विभाग की रहेगी। बुकिंग के बाद दिए गए नंबर पर वन विभाग की टीम और गाइड संपर्क करेंगे और टूरिज्म कराने की जिम्मेदारी उनकी होगी।

इस साल के अंत तक या अगले साल प्रथम माह में ही टूरिज्म शुरू होने की पूरी उम्मीद है। हस्तिनापुर सेंचुरी देश की बड़ी सेंचुरी मानी जाती है।

मुकेश कुमार, मुख्य वन संरक्षक  

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