स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कापियों का मूल्यांकन कार्य कल से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए पूरे उत्तर प्रदेश में 274 मूल्यांकन केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें लगभग सवा लाख परीक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी है जिनको लगभग 3 करोड़ कापियों को जांचने की जिम्मेदारी मात्र 15 दिनों में निभानी होगी। एक शिक्षक एक दिन में इंटर की 45 एवं हाईस्कूल की 50 कॉपियों का मूल्यांकन करेगा।
लखनऊ में इसके लिए चार मूल्यांकन केन्द्र बनाये गये हैं। अमीनाबाद इंटर कॉलेज, राजकीय निशातगंज इंटर कॉलेज, राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज और राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में कापियों का मूल्यांकन कार्य किया जायेगा।
प्रधानाचार्यों को पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। इनका काम कॉपियों के मूल्यांकन में पारदर्शिता लाने के साथ यह देखना होगा कि जो शिक्षक कॉपियों को जांच रहे हैं, वह योग्य हैं या नहीं।
माध्यमिक शिक्षा सचिव शैल यादव ने कहा, “पर्यवेक्षक प्रत्येक दिन कम से कम दो केंद्रों का निरीक्षण करते हुए अपनी देखरेख में मूल्यांकन कराएंगे और निरीक्षण की रिपोर्ट प्रतिदिन माध्यमिक शिक्षा सचिव और क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव को देंगे। इसके साथ ही मूल्यांकन केन्द्र पर अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी भी पर्यवेक्षकों को उपलब्ध करवानी होगी।”
यूपी बोर्ड पहली बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन में पर्यवेक्षकों की तैनाती करवा रहा है। मूल्यांकन की व्यवस्था पारदर्शी बनाने के लिए बोर्ड ने वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी है। मूल्यांकन केंद्रों पर विषय विशेष से सम्बन्धित शिक्षकों की कमी के चलते यदि कार्य प्रभावित होगा तो ऐसी स्थिति में अवकाश प्राप्त शिक्षकों को कापी जांचने का कार्य दिया जायेगा।