धोती-कुर्ता में जब बटुकों ने लगाए चौके-छक्के, संस्कृत में हुई कमेंट्री

वाराणसी

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
वाराणसी।
आमतौर पर युवाओं और छात्रों को लोग सफेद, पैंट, शर्ट, टोपी पहन अक्सर क्रिकेट खेलते देखते है, लेकिन बनारस में उस वक्त लोगों की नजरें थम गईं जब पीला चोला, लंबी चोटी और तिलक लगाए युवाओं और बच्चों को लोगों ने क्रिकेट खेलते देखा। यहां पर कमेंट्री भी बाकायदा संस्कृत में हो रही थी।

वाराणसी में ये मैच संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में मतदाताओं को जागरुक करने के लिए आयोजित किया गया था। इस दौरान महाविद्यालय के छात्र (बटुक) अपने गणवेश (पीली धोती) में टीका त्रिपुंड लगाकर चौके-छक्के लगा रहे थे। इस दौरान महाविद्यालय की तरफ से संस्कृत में ही कमेंट्री भी हो रही थी। इदानीं यष्टिक्रीड़ा आरक्यते (अब क्रिकेट शुरू होता है), कंदुकं सीमापारं गतम् (गेंद बाउंड्री के बाहर गई), ‘चतुष्कम् (चौका), षट्कम् (छक्का), धावनांका: (रन) बहिर्गमनम् (आउट), …इस तरह की संस्कृतमय कमेंट्री शुक्रवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान पर गूंजती रही। संस्कृत के मंदिर में संस्कृत में कमेंट्री यहां के लिए कोई नयी बात नहीं रही, लेकिन उसके प्रस्तुति का अंदाज उपस्थित लोगों को भाता रहा। इस दौरान लोगों को लगातार आऩे वाले विधानसभा चुनाओं में मतदान करने के लिए प्रेरित भी किया गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन करने पहुंचे प्राचार्य डा. गणेश दत्त शास्त्री ने कहा, “यह मैच आम जनता को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए आयोजित कराया गया है। मैं भी अपनी तरफ से लागों को मतदान करने के लिए अनुरोध कर रहा हूं।”

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान पर यह अद्भुत व अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता विश्वविद्यालय से जुड़े संस्कृत शास्त्रार्थ महाविद्यालय, काशी विद्या मंदिर, रणवीर संस्कृत महाविद्यालय और इंटरनेशनल चंद्रमौलि संस्थान के बीच हुई। शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 73वें स्थापना दिवस पर आयोजित यह एक दिवसीय प्रतियोगिता जनपदस्तरीय थी, जिसमें खिलाडिय़ों ने चाणक्य व गणवेश में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस दौरान काशी विद्या मंदिर महाविद्यालय के बटुकों ने चंद्रमौली विद्या संस्थान के खिलाडिय़ों को खूब छकाया। टास जीतकर निर्धारित दस ओवर में काशी विद्या मंदिर ने 145 रन बनाकर अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को 94 रनों के अंतर से पराजित कर दिया। वहीं शास्त्रार्थ महाविद्यालय की टीम ने टास जीतकर निर्धारित आठ ओवर में 73 रनों का योगदान दिया जबकि रणवीर संस्कृत विद्यालय की टीम 72 रन ही बना पाई।

काशी विद्या मंदिर की टीम ने शास्त्रार्थ महाविद्यालय की टीम को छह रनों से हराकर ट्राफी पर कब्जा किया। काशी विद्या मंदिर की टीम ने 55 व शास्त्रार्थ महाविद्यालय की टीम ने 49 रन बनाए। मैच के माध्यम से बटुकों ने चुनाव में सौ फीसद मतदान का आह्वान किया। इस सम्बन्ध में प्रतियोगिता के समन्वयक और मीडिया प्रभारी पवन कुमार शुक्ल बताते हैँ, “इस प्रतियोगिता में वाराणसी जिले और शहर के चार संस्कृत विद्यालयों के छात्रों ने हिस्सा लिया। इनमें शास्त्रार्थ महाविद्यालय, काशी विद्या मंदिर, रणवीर संस्कृत महाविद्यालय, इंटरनेशनल चंद्रमौलि ट्रस्ट शामिल है। सभी मैच दस ओवर के खेले गये। क्रिकेट मैच का आयोजन विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को शत प्रतिशत मतदान के लिए किया गया है।”

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