स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
गुगरापुर (कन्नौज) । आपको जान कर हैरानी होगी कि भारत के एक हिस्से में लोगों को सफाई करवाने के लिए गेहूं देना पड़ता है ताकि उनके घर में सफाई हो सके। सफाई कर्मियों की कमी से जूझ रहे कन्नौज जिले के कई गांव गंदगी से जूझ रहे है। कुछ ग्रामीण खुद सफाई करते हैं तो कुछ ने निजी खर्च पर सफाई कराने की पहल शुरू कर दी है।
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कन्नौज में एक ऐसा ही जिला मुख्यालय से करीब 28 किमी दूर गुगरापुर ब्लाक क्षेत्र के गोरी बांगर के मजरा सद्दूपुर का गाँव है, जहां सालों से सफाईकर्मी नहीं तैनात है जिससे गाँव में गंदगी का अंबार लग जाता है। इस पूरी समस्या पर हमनें गाँव के लोगों से बात की।
गांव के विकास (48वर्ष) कहते हैं, ‘‘हम अपनी नाली और शौचालय की सफाई गेहूं और रुपए देकर कराते हैं। गांव में सफाईकर्मी नहीं है, निजी रूप से व्यवस्था की गई है।”
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वहीं गाँव के निवासी गोपाल (29वर्ष) ने बताया, ‘‘हमारे गांव में प्रधान द्वारा न तो नाली बनवाई गई और न ही सफाई की कोई व्यवस्था है। गंदा पानी भरा रहता है हम लोग बीमारी से जूझते हैं।’’ प्रधान गजेंद्र का तर्क है, ‘‘हमने डीपीआरओ और सीडीओ साहब से कई बार कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।’’
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