अब राख नहीं होंगी फसलें, बदले जा रहे जर्जर तार

Swayam Project

जौनपुर। जर्जर तार की वजह से हर वर्ष न जाने कितने किसानों की हजारों बीघा फसल राख हो जाती है। किसान सिर्फ और सिर्फ हाथ मलकर रह जाते हैं, लेकिन अब किसानों के जख्म पर मरहम लगाने का काम बिजली विभाग कर रहा है। इसके तहत ग्रामीण इलाकों में एचटी हाईटेंशन तार बदलने का काम शुरू किया गया है।

शुरुआत मछलीशहर से जंघई जाने वाले रूट से हो गई है। इसके लिए दस जून से आगामी 19 जून तक तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। ताकि जर्जर तार बदले जा सकें और किसानों की समस्या खत्म हो जाए।

पवैया चौकीखुर्द निवासी राम सागर (50 वर्ष) का कहना है, “हर वर्ष किसानों की हजारों बीघा तैयार फसल जलकर राख हो जाती है। इसके चलते किसान कर्ज में डूब जाते हैं। तार बदलने की काफी दिनों से मांग चल रही थी।”

गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार के चलते गर्मी के दिनों में फसल जल जाने की खबर अक्सर आती रहती है। सबसे ज्यादा गेहूं की फसल नष्ट हो जाती है। दरअसल, जिले में ज्यादातर एचटी तार जर्जर हो चुके हैं। इसके चलते तार स्पार्किंग होने की वजह से आग लगने का सबसे ज्यादा मामला सामने आता है। इसको देखते हुए अक्सर किसानों की यह मांग रहती है कि जर्जर तार बदले जाएं लेकिन प्रशासन उनकी एक भी नहीं सुनता है।

जबकि कई बार किसान रोड पर उतरकर प्रदर्शन करने को भी मजबूर होते हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन देकर चुप करा दिया जाता है। फसल जल जाने से किसानों की मुश्किलें बहुत अधिक बढ़ जाती हैं। इसलिए ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार बदलने का चल रहा है। इसी कड़ी में मछलीशहर-जंघई जाने वाले रूट पर खेतों से गुजरे 33 हजार वोल्ट के तार बदलने का शुरू हो गया है। इसके लिए बिजली विभाग दस से 19 जून तक कार्य करेगा।

सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक तार बदलने का काम होगा। हालांकि इस दौरान ग्रामीणों को बिजली नहीं मिलेगी लेकिन उनकी स्थाई समस्या खत्म हो जाएगी। गोधना निवासी संजय दुबे (35 वर्ष) ने बताया, “इस बार उनके इलाके में आधा दर्जन से अधिक किसानों की काफी फसल जल गई है। तार बदले जाने से किसानों की बहुत बड़ी समस्या का हल निकल जाएगा।”

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