शाहजहांपुर । अब ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होने वाले आंगनबाड़ी केंद्र प्राइमरी स्कूलों में संचालित होने के बजाय अपने खुद के सरकारी भवनों में संचालित होने लगे हैं। परियोजना प्रबंधन ने विकास खण्ड जैतीपुर में बीते वित्त वर्षों में लगभग 20 आंगनबाड़ी केंद्र बनवाने का निर्णय लिया था, जिसमें ज्यादातर बनकर तैयार हो गए हैं और उनमें केन्द्र का संचालन होने लगा है। वहीं सोंधा, गोराबकैनियां, धीरपुर आदि गाँवों में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य अभी भी प्रगति पर है।
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मुख्य सेविका आशा देवी (45 वर्ष) ने बताया, “राज्य और केंद्र सरकार कुल मिलाकर प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए करीब 7.52 लाख का बजट रिलीज करती हैं, जिसमें एक 20×20 के हाल सहित किचन, स्टोर व टॉयलेट का निर्माण कराया जाता है। निर्माण कार्य में लगे मनरेगा मजदूर छुटकाई (35 वर्ष) ने बताया, “इस कार्य के शुरू होने से हमारे जैसे चार लोगों के लिए 25 दिन के रोजगार का भी इंतजाम हुआ।”
इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्र बंथरा उर्फ़ नगला पर कार्यरत कार्यकर्त्री उर्मिला राजपूत (33 वर्ष) ने बताया, “हमारे ग्राम पंचायत में पिछले वित्त वर्ष में दो केंद्र स्वीकृत हुए थे, जिसमें बंथरा उर्फ़ नगला में आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार हो गया है और गाँव सोंधा में निर्माण कार्य अभी चल रहा है, जिसके जल्दी पूरा होने के आसार हैं।”
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