ललितपुर। आजमगढ़ में जहरीली शराब से 10 लोगों की मौत के बाद प्रदेश के कई जिलों में पुलिस कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चला रही है। ललितपुर में पुलिस और प्रशासन ने शराब की अवैध भट्टियों पर जेसीबी चलाकर उन्हें नष्ट किया।
बुंदेलखंड के कई जिलों में अवैध कच्ची शराब का कारोबार जोरों पर है। ललितपुर शहर से लगी फोर लाइन के चारों ओर कच्ची शराब धड़ल्ले से बिकती है। यह कारोबार पूरे जिले में फैला है। समय-समय पर छापामार कार्रवाई होती रहती है। इसी क्रम में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल के निर्देश पर पुलिस और आबकारी टीम की छापामार कार्रवाई की।
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ललितपुर से लगे कच्ची शराब का गढ़ कहे जाने वाले चीरा के अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई भी हुई। इस दौरान 7000 लीटर से ज्यादा कच्ची शराब और 80 कुंटल लाहन नष्ट किया गया, साथ ही एक दर्जन से ज्यादा शराब की भट्टियों पर जेसीबी चली। कार्रवई के दौरान उप जिलाधिकारी सदर महेश दीक्षित, अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश विजेता, सीओ सिटी हिमांशु गौरव आदि अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
पुलिस ने तालबेहट में भी कार्रवाई की। तालबेहट के पास कबूतरों के गढ़ कहे जीने वाले डेरा ऊगरपुर कच्ची शराब भी बनाने के लिए प्रसिद्ध है। यहां से पूरे तालवेहट क्षेत्र में कच्ची शराब सप्लाई की जाती हैं। तालबेहट पुलिस ने संज्ञान लेते हुए ऊगरपुर में कच्ची शराब को लेकर कार्यवाही की। पुलिस ने जेसीबी की सहायता से भट्टियां नष्ट की, 350 लीटर कच्ची शराब की बरामद किया और लगभग 12000 किलोग्राम लाहन नष्ट किया।
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इस कारोबार में संलिप्त 3 महिलाओं को गिरफ्तार भी किया गया जबकि दो मौके से फरार हो गये। यहां कार्रवाई के समय उप जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह, सीओ तालबेहट कुंवर बहादुर सिंह, पूरा कला थाना प्रभारी महेश कुमार और नत्थी खेड़ा चौकी इंचार्ज कृष्ण बिहारी मिश्र सहित कई अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे।