लखनऊ। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम निर्णय सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले का निर्णय मध्यस्थ करें। सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए मध्यस्थों का एक पैनल भी बनाया है, जिसमें सभी पक्षों के लोग शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि पूरी प्रक्रिया को गोपनीय रखा जाएगा। मीडिया को भी इसकी रिपोर्टिंग करने की इजाजत नहीं होगी।
तीन सदस्यीय मध्यस्थों के पैनल में जस्टिस इब्राहिम कलीफुल्ला, वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचु और धर्म गुरू श्री श्री रविशंकर शामिल हैं। मध्यस्थता फैजाबाद और अयोध्या में होगी और इस पैनल को एक महीने के बाद प्रोग्रेस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपना होगा। मध्यस्थता की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी।
Ram Janmabhoomi-Babri Masjid land dispute case: Supreme Court says, mediators can co-opt more on the panel if necessary. Uttar Pradesh government to provide mediators all the facilities in Faizabad. Mediators can seek further legal assistance as and when required.
— ANI (@ANI) March 8, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हिंदू पक्षकार और निर्मोही अखाड़ा के लोग सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से खुश नहीं हैं और वे इस फैसले पर विचार करेंगे। वहीं इस मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी का कहना है कि मध्यस्थता एक सही प्रक्रिया है लेकिन इससे मामले का हल निकलना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उनके पिता और ज्ञानदास ने ऐसी ही कोशिश की थी लेकिन उसका कोई हल नहीं निकल पाया था।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और इस मामले में वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से खुश हैं। उन्होंने कहा कि वह मध्यस्थता पैनल को अपनी तरफ से पूरा सहयोग देंगे। वहीं सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर सवाल तो नहीं खड़ा कर रहे लेकिन इससे पहले भी मध्यस्थता की कोशिश हो चुकी है लेकिन कुछ समाधान नहीं निकला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राम भक्त और संत अब इस मामले में कोई देरी नहीं चाहते।
AIMPLB member & convener of Babri Masjid Action Committee Zafaryab Jilani, on SC order on Ram Janmabhoomi-Babri Masjid land dispute case: We have already said that we will cooperate in the mediation. Now, whatever we have to say, we will say it to the mediation panel, not outside pic.twitter.com/sEAcBDPP7z
— ANI (@ANI) March 8, 2019
KP Maurya,Dy CM on SC refers Ram Janmabhoomi-Babri Masjid land dispute case for court appointed&monitored mediation:Won’t question SC order. In the past,efforts made to arrive at a solution,but with no success. No LordRam devotee or saint wants delay in construction of Ram Mandir pic.twitter.com/aNUy1eqdj1
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2019