नई दिल्ली (भाषा)। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी अब एकदिवसीय और टी-20 टीमों की कप्तानी नहीं करेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की। महेंद्र सिंह धौनी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखलाओं में टीम की कमान नहीं संभालेंगे, हालांकि वह टीम में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
देश के सबसे सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हैरानी भरा कदम उठाते हुए आज भारतीय टीम के सीमित ओवरों के कप्तान का पद छोड़ दिया जिससे कप्तान के रुप में उनके बेहतरीन करियर का अंत हुआ। भारत को दो विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी जिताने वाले धोनी (35 वर्ष) ने इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला शुरू होने से महज 11 दिन पहले कप्तानी छोड़कर क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया।
धोनी के इस फैसले के बाद टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के सीमित ओवरों की टीम की कमान संभालने का रास्ता भी साफ हो गया है। कप्तानी छोड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए धोनी ने हालांकि चयन समिति को सूचित किया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 मैचों की श्रृंखला में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
धोनी ने एकदिवसीय क्रिकेट में अब तक 283 मैचों में 50.89 की बेहतरीन औसत से 9110 रन बनाए हैं जिसमें नाबाद 183 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इसके अलावा धौनी 73 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1112 रन भी बनाए।
उच्चतम न्यायालय के लोढा समिति की सिफारिशें लागू नहीं करने पर बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को पद से हटाने के एक दिन बाद धोनी ने यह घोषणा की।
प्रत्येक भारतीय क्रिकेट प्रशंसक और बीसीसीआई की ओर से मैं सभी प्रारुपों में भारतीय टीम के कप्तान के रूप में असाधारण योगदान के लिए महेंद्र सिंह धोनी को धन्यवाद देना चाहता हूं।उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने नई ऊंचाइयां छुई और भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्ध्यिों को भी कोई नहीं छू पाएगा।
राहुल जौहरी मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीसीसीआई
इससे पहले धोनी ने 2014 में आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न में अचानक टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी। धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान रहे। भारत ने उनके नेतृत्व में 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप, 2013 में आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी जीती और 2009 में टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा। अब इंग्लैंड में इसी साल होने वाली चैम्पियन्स ट्राफी संभवत: इस बात का संकेत होगी कि धोनी खिलाड़ी के रूप में 2019 विश्व कप तक खेलेंगे या नहीं।