दोहा (भाषा)। बेंगलुरु एफसी भले ही एशियाई खिताब जीतने वाला पहला भारतीय फुटबाल क्लब बनकर इतिहास रचने में विफल रहा हो लेकिन कोच एलबर्ट रोका को लगता है कि एएफसी कप के फाइनल में पहुंचने से देश की फुटबाल में नए युग की शुरुआत होगी।
बेंगलुरु एफसी को बीती रात यहां एएफसी कप के फाइनल में इराक के एयर फोर्स क्लब के हाथों 0-1 से शिकस्त का मुंह देखना पड़ा।
हां, हम आज रात कुछ चीजों में पिछड़ गए। उन्होंने काफी बढ़िया खेल दिखाया लेकिन मेरे लड़कों ने दिखा दिया कि वे कितने सक्षम हैं और यह भारतीय फुटबाल में नए युग की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
एलबर्ट रोका बेंगलुरु एफसी कोच ( प्रेस कांफ्रेंस)
आई लीग चैम्पियन बेंगलुरु एफसी एशिया के दूसरे टीयर की क्लब प्रतियोगिता एएफसी कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाला पहला क्लब बना था लेकिन उन्हें एक बेहतरीन टीम से पराजय का मुंह देखना पड़ा।
रोका ने कहा, ‘‘हम पहले इतनी मजबूत टीम के खिलाफ नहीं खेले थे और निश्चित रूप से हमने इस मैच से काफी चीजें सीखीं। इससे हमें भविष्य की तैयारी करने में मदद मिलेगी और हम अगले सत्र में मजबूत वापसी करेंगे।” स्पेनिश कोच ने एयर फोर्स क्लब के एएफसी कप ट्राफी जीतने की प्रशंसा की और उसकी उपलब्धि को इसका हकदार करार किया।
रोका ने कहा, ‘‘उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया और मैं उन्हें एएफसी कप खिताब जीतने के लिए दिल से उन्हें बधाई देता हूं क्योंकि इराक का क्लब भी यह खिताब जीतने वाला पहला क्लब है।” हालांकि रोका ने स्वीकार किया कि इराकी खिलाड़ियों ने पूरी तरह से भारतीय टीम को पछाड़ दिया। लेकिन उन्होंने अपने खिलाड़ियों के प्रयास की भी सराहना की, विशेषकर लालथुआमाविया राल्टे की। उन्होंने कहा, ‘‘उसने सचमुच हालात की मांग के मुताबिक प्रदर्शन किया।”
एएफसी कप के फाइनल में इराकी क्लब से 0-1 से हारा बेंगलुरु एफसी
एएफसी फुटबॉल कप के आखिरी मुकाबले में इराक के एयर फोर्स क्लब ने बेंगलूरु एफसी को 0-1 से हरा दिया। इस तरह से बेंगलुरु एफसी शनिवार को यहां कोई एशियाई खिताब जीतने वाला पहला फुटबॉल क्लब बनने से चूक गया।
आई-लीग का चैंपियन बेंगलुरु क्लब एएफसी कप के फाइनल में पहले भी पहुंच चुका है और वह नया रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में था लेकिन आज कतर स्पोर्ट्स क्लब स्टेडियम में उसे इराक के क्लब के हाथों हार का सामना करना पडा। एएफसी कप एशिया में दूसरे स्तर की क्लब प्रतिस्पर्धा है।
खासतौर पर दूसरे हाफ में इराकी टीम को बेंगलूरु की तुलना में स्कोर जुटाने के अधिक मौके मिले। इराकी क्लब के स्टार स्ट्राइकर हमादी अहमद अब्दुल्ला ने 71वें मिनट में गोल करके अपनी टीम को पहला एएफसी कप दिलाया और भारतीय प्रशंसकों को मायूस कर दिया।