सेहत की रसोई कॉलम में मुंबई नोवोटेल में कार्यरत मास्टर शेफ भैरव सिंह राजपूत हर सप्ताह कुछ न कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपी लेकर आते हैं और इन रेसिपी के औषधीय गुणों की वकालत करते हैं हमारे ‘हर्बल आचार्य’ यानी डॉ दीपकजी। इस सप्ताह भैरव ला रहे एक खास रेसिपी ‘तवा पनीर कालीमरी’।
तवा पनीर कालीमरी
आवश्यक सामग्री : सिर्फ दो लोगों के लिए
पनीर-120 ग्राम, देसी घी-10 ग्राम, काली मिर्च-15, नींबू-एक, सूखी लाल मिर्च-एक, हरी मिर्च-एक, साफ धुली हरी धनिया की पत्तियां-एक चम्मच, नमक स्वादानुसार।
विधि
पनीर के 30-30 ग्राम के चार टुकड़े तैयार कर लें, इनकी मोटाई करीब एक इंच हो तो बेहतर है। प्याज को पनीर के आकार से छोटे साइज में और हरी मिर्च को बारीक काट लिया जाए, काली मिर्च को पीसकर बारीक चूर्ण बना लें और सूखी लाल मिर्च के भी छोटे-छोटे टुकड़े कर लेंं। एक मिक्सिंग बाउल में पनीर के टुकड़े, लाल और हरी मिर्च के टुकड़े और नमक डाल दिया जाए। इसमें नींबू का रस और काली मिर्च के चूर्ण को भी मिला दें। इनको मिलाकर पांच मिनट के लिए रख दिया जाए। एक तवा लिया जाए मध्यम आंच पर गर्म किया जाए। मिक्सिंग बाउल में रखे पनीर और मिश्रण को लेकर तवे पर रख दिया जाए और तवे की आंच में इस मिश्रण को पकाया जाए। जब पनीर का एक हिस्सा पका हुआ दिखाई देने लगे तो सारे पनीर के टुकड़ों को तवे पर पलटकर पकाया जाए। पकने पर इस पर ताज़ी हरी धनिया की पत्तियों को डालकर सजा दिया जाए और इस तरह तैयार हो जाएगी स्वाद से भरपूर तवा पनीर कालीमरी।
क्या कहते हैं हर्बल आचार्य
समय-समय पर दुग्ध उत्पादों जैसे पनीर, दही आदि का सेवन करते रहना चाहिए ये हमारी सेहत की बेहतरी के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इस रेसिपी में भैरव पनीर का जिक्र कर रहे हैं, जो मुझे ज्यादा पसंद नहीं पर सेहत लिए मैं खा लिया करता हूं क्योंकि प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों में पनीर का स्थान मांस से पहले आता है। वैसे बच्चों एवं बूढ़ों के लिए पनीर श्रेष्ठ खाद्य पदार्थ है। जिन्हें अक्सर मांस खाने के बाद अपचन की शिकायत होती है उन्हें पनीर का सेवन करते रहना चाहिए क्योंकि ये पेट की पाचन प्रक्रिया को दुरुस्त भी करता है। सर्दी खांसी, गले और पेट की समस्याओं के निपटारे के लिए कालीमिर्च का सेवन जरूरी है। पनीर के साथ काली मिर्च का सेवन थायरॉयड के मरीजों के लिए उत्तम है। तो अब इंतजार किस बात का, बस तैयारी करें तवा पनीर कालीमरी बनाने की।