सेहत की रसोई कॉलम में मुंबई नोवोटेल में कार्यरत मास्टर शेफ भैरव सिंह राजपूत हर सप्ताह कुछ न कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों की रेसिपी लेकर आते हैं और इन रेसिपी के औषधीय गुणों की वकालत करते हैं हमारे ‘हर्बल आचार्य’ यानी डॉ दीपक जी। इस सप्ताह भैरव ला रहे एक खास रेसिपी ‘मल्टीग्रेन मसाला रोटी’
मल्टीग्रेन मसाला रोटी
दो लोगों के लिए
आवश्यक सामग्री
गेहूं का आटा- 100 ग्राम, ज्वार का आटा- 20 ग्राम, बाजरे का आटा- 20 ग्राम, बेसन- 20 ग्राम, मक्का का आटा- 20 ग्राम, टमाटर- एक , प्याज- एक, हरी मिर्च- एक, हरा धनिया- एक चम्मच, अजवायन- पांच ग्राम, देशी घी- पांच ग्राम, नमक स्वादानुसार, गर्म पानी- जितना आवश्यक हो
विधि
गेहूं, ज्वार, बाजरा, बेसन और मक्के का आटा लेकर किसी मिक्सिंग बाउल में आवश्यकतानुसार गर्म पानी लेकर गूंथना शुरू करें, गूंथने पर किनारे रख दें। टमाटर, हरी मिर्च, हरा धनिया और प्याज की बताई मात्रा लेकर साफ धो लें और बारीक काट लें। इन सभी कटी चीजों को मल्टीग्रेन आटे के साथ अच्छी तरह से गूंथ लें। अगले बीस मिनट के लिए गूंथे हुए आटे को एक किनारे रख दें। इस पूरे आटे की 6-7 लोई तैयार करें और रोटी की तरह गोल-गोल बेल लें। तवे पर इसे सेंके, रोटी के दोनों सिरे जब पक जाएं तो इन दोनों हिस्सों पर थोड़ा सा देशी घी लगा दें ताकि रोटियां नर्म हो जाएं। लीजिए तैयार हो गई मल्टीग्रेन मसाला रोटी। इसे किसी स्वादिष्ट सब्जी के संग या इसे अकेला भी खाया जा सकता है।
क्या कहते हैं हर्बल आचार्य
मल्टीग्रेन आटा शरीर में आवश्यक विटामिन्स और प्रोटिन्स की भरपाई करता है और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाता है। मल्टीग्रेन में पाए जाने वाले फाइबर्स आपकी पाचन क्षमता को बेहतर करते हैं। इस तरह के आटे में सैचुरेटेड फैट कम होता है जो आपके हृदय के लिए उत्तम है। इस आटे से तैयार चपाती को 2 घंटे के अंतराल में चबाने से रक्त में शर्करा की मात्रा प्रभावित नहीं होती और यह डायबिटीज से प्रभावित लोगों को फायदा भी करती है। तो देर किस बात की, मल्टीग्रेन आटे से तैयार भैरव सिंह की इस मसाला रोटी को तैयार करें।