नई दिल्ली (भाषा)। एम्स की एक शीर्ष डाक्टर ने कहा है कि लोगों को गठिया से जुड़ी बीमारियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि कुछ मामलों में यह दिल का दौरा पड़ने या फेफड़े में संक्रमण जैसी स्थिति ला सकता है।
एम्स में संधिवात शास्त्र विभाग की प्रमुख डाक्टर उमा कुमार ने कहा, ‘‘भारत में गठिया को लेकर लोगों में बहुत ही ठंडा रवैया है और वे सोचते हैं कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। गठिया के 200 प्रकार हैं और लोगों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि यह बड़ी बीमारियों का लक्षण हो सकता है।” वह यहां एम्स में गठिया पर एक व्याख्यान के मौके पर संवाददाताओं को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘गठिया सिर से लेकर पैर के अंगूठे तक शरीर के किसी भी हिस्से या अंग को प्रभावित कर सकता है। यह दिल का दौरा ला सकता है, मस्तिष्काघात ला सकता है या कोई अन्य आपात चिकित्सा स्थिति पैदा कर सकता है। इसलिए लोगों को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।”
कुमार ने यह भी कहा कि गठिया को गैर संचारी बीमारी घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव लाने पर विचार किया जा रहा है क्योंकि इसकी अनुपस्थिति में इसके मरीजों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है।