पानी को शुद्ध करने के लिए सहजन की फलियां बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। सहजन की फलियों में 9 ख़ास अमीनो एसिड के अलावा 27 अलग विटामिन्स, करीब 46 एंटीऑक्सीडेंट्स और कई अलग-अलग तरह के खनिज लवण भी पाए जाते हैं।
मजे की बात ये है कि पातालकोट में करेयाम गाँव के गोंड और भारिया आदिवासी पीने के पानी को शुद्ध करने के लिए सहजन या मुनगा (मोरिंगा ओलिफ़ेरा/ ड्रमस्टिक) की फलियों को तोड़कर और तुलसी की कुछ पत्तियों को एक बर्तन में डाल देते हैं। इस बर्तन अशुद्ध या मटमैला पानी डाल दिया जाता है। 2-3 तीन घंटों बाद बर्तन की ऊपरी सतह से पानी इकट्ठा कर साफ़ सूती कपड़े से छानकर किसी दूसरे बर्तन में डाल दिया जाता है जो पीने के लायक हो जाता है।