आज का हर्बल नुस्खा: पेजा बनाएगा आपकी सेहत को दुरुस्त है

India

मध्य प्रदेश के पातालकोट में आदिवासी पेजा नामक एक पारंपरिक व्यंजन तैयार करते हैं जो चावल और कुटकी का आटा (30-30 ग्राम), छाछ (200 मिली)और थोड़ा नींबू रस और स्वादानुसार नमक को मिलाकर बनाया जाता है। इस सारे मिश्रण को किसी ऐसे स्थान पर मिट्टी के बर्तन में ढंक कर रख देते हैं जहाँ सूर्य की रौशनी ना आए। 3 दिन बाद इसे फेंटकर गाढ़ा पेजा तैयार हो जाता है। आदिवासी हर्बल जानकार इस आहार को कमजोरी, थकान और बुखार आने पर रोगियों को देते है। पेजा वास्तव में एक फरमेंटेड आहार है जो बड़ा ही स्वादिष्ट होता हैं। ये लोग इसे उल्टी, दस्त, पेट दर्द और पेट से संबंधित अन्य विकारों के लिए रोगी को देते हैं। जो लोग लगातार एंटीबायोटिक्स लेते हैं और इन दवाओं के नकारात्मक असर से परेशान हों तो पेजा सेहत के लिए बेहद कारगर साबित होता है।

Recent Posts



More Posts

popular Posts