मिशन शक्तिः अब थाने में महिलाएं खुलकर रख सकेंगी अपनी बात, यूपी के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत

#Mission Shakti campaign

थाने पहुंचने में झिझक करने वाली महिलाओं के लिए एक खुशखबरी है, यूपी के हर पुलिस थाने में ‘महिला हेल्प डेस्क’ की शुरुआत की गयी है। थाने में बनाई गयी महिला हेल्प डेस्क में प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी जिससे महिलाएं अपने साथ होने वाले अपराध को इनके सामने बेझिझक रख सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का शुभारम्भ 23 अक्टूबर को किया। उन्होंने उद्घाटन के दौरान कहा कि पिछले सात दिनों में मिशन शक्ति अभियान के माध्यम से कई प्रकार के कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं। समाज से जुड़ी तमाम समस्याओं को जानने, समझने और उनके समाधान तलाशने के लिए एक नया मंच प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। इस अभियान के माध्यम से हम रचनात्मक रूप से हर बहन, बेटी के मन में सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन का नया भाव जाग्रत करने में सफल होंगे।

यूपी में मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 को बलरामपुर जिले से की गयी थी। तबसे यूपी के हर जिले में जगह-जगह कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। यह अभियान आगामी बासंतिक नवरात्रि तक जारी रहेगा। महिला हेल्प डेस्क के जरिए महिलाओं से संबंधित समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था होगी। तय समय सीमा के भीतर फाइनल रिपोर्ट लगेगी। महिला और बालिकाओं की समस्या के निदान व सुरक्षा के संबंध में अलग से महिला कांस्टेबल और कक्ष की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला हेल्प डेस्क की विशेषताएं बता रहे थे कि महिला हेल्प डेस्क के लिए प्रत्येक थाने में एक पृथक कक्ष होना चाहिए। यह पारदर्शी कक्ष हो जहां ग्लास लगे हों। कक्ष में बैठने की उचित व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, सीसीटीवी कैमरे, कम्प्यूटर, रजिस्ट्रेशन की सुविधा, आवेदक महिला के लिए प्रार्थना पत्र लिखने के लिए स्टेशनरी की व्यवस्था । इसके अलावा, प्रशिक्षित महिला अधिकारी या कर्मचारी की तैनाती होनी चाहिए। कक्ष के बाहर महिला हेल्प डेस्क स्पष्ट तौर पर लिखा होना चाहिए। साथ ही, महिला कल्याण एवं सुरक्षा सम्बन्धी हेल्प लाइन यथा 1090, 102, 108, 112 तथा 1076 आदि नम्बरों को प्रदर्शित किया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में यह चेतावनी भी उल्लिखित होनी चाहिए कि गलत अथवा फेक काॅल पर सजा का प्राविधान है। इससे वास्तविक पीड़िता को त्वरित सहायता तथा तय समय-सीमा में न्याय दिलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा।

पिछले सात दिनों में मिशन शक्ति अभियान के माध्यम से सुरक्षा जागरूकता, एण्टी रोमियो स्क्वाॅड को तीव्रता प्रदान करना, अभियोजन को तेज करके महिला सम्बन्धी अपराधों के लिए जिम्मेदार तत्वों को सजा दिलाना तथा पिंक बूथ एवं पिंक पेट्रोल के माध्यम से एक नये अभियान के सृजन के साथ-साथ सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना जैसे कार्यक्रम सम्पन्न किये गये हैं।

वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने महिला अपराध पर अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा पेश किया।  

इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। प्रदेश के सभी जिलों के कमिश्नर, एसपी-डीएम समेत जिले के विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। 

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