सीतापुर: गोमती नदी में मिल रहे गायों के शव

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से होकर बहने वाली गोमती नदी में पिछले एक सप्ताह में 50 से अधिक गायों का शव मिला है।
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सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से होकर बहने वाली गोमती नदी में पिछले एक सप्ताह में 50 से अधिक गायों का शव मिला है। पिछले सप्ताह 18 जनवरी को नैमिषारण्य स्थित शमशान घाट पर करीब 20 से 25 गायों का शव नदी में तैरते हुए मिला था, जिनकी अभी तक कोई जांच पड़ताल नही हो पाई है। वहीं मंगलवार को हरदोई-सीतापुर सीमा पर बने लोहराघाट पुल के किनारे लगभग फिर से 20 से 25 गायों के शव नदी में तैरते हुए मिले।

मौके पर जांच करने पहुंची एसडीएम, सिधौली किंशुक श्रीवास्तव ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया कि यह क्षेत्र हरदोई जनपद के थाना अतरौली में पड़ता है, यह हमारे क्षेत्र की घटना नही है। वहीं हरदोई के जिलाधिकारी पुलकित खरे से जब इस प्रकरण में बात की गई तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें मामले की कोई जानकारी नही है, पता कर के बताऊंगा।

उधर सीतापुर स्थित चडरा गौशाला से 50 से अधिक गायों को गायब बताया जा रहा है। हाल ही में महोली विधायक शशांक त्रिवेदी ने गौशाला का निरीक्षण किया तो पाया कि मौके पर सिर्फ 125 गायें ही मौजूद हैं, जबकि गौशाला में 185 गायों का पंजीकरण है। इसलिए आशंका जाहिर की जा रही है कि गोमती में मृत मिली गायें इसी गौशाला की हैं। हालांकि गायों की मौत कैसे हुई, इसकी जांच होना अभी बाकी है।

विधायक शशांक त्रिवेदी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि निरीक्षण के दौरान कई गायों के शव जमीन में दफन मिले, जबकि कई जिंदा और कमजोर गायों को कौवे और कुत्ते नोच के खा रहे थे। इसको लेकर विधायक ने सूबे के मुख्यमंत्री से शिकायत की है।

क्षेत्र के हरगांव के बीजेपी विधायक सुरेश राही भी गायों को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत कर चुके हैं। मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत करते हुए सुरेश राही ने कहा था कि गौरक्षक प्रधान की मिलीभगत से गौपालक ही जानवरों की तस्करी कर रहा है। इसके अलावा भूख और ठंड से भी लगातार गायें दम तोड़ रहीं है।

निरीक्षण करने गये विधायक सुरेश राही ने बताया रजिस्टर पर कुल 192 जानवर टैग लगे दर्ज हैं जबकि मौके पर 64 टैग लगे व 12 बगैर टैग लगे गाय मिले। उन्होंने भी बताया कि मौके पर दस गौवंशों के कंकाल पड़े मिले, जिन्हें कुत्ते नोच नोचकर खा रहे थे। विधायक ने यह भी जानकारी दी कि कुछ गायें ग्राम प्रधान के घर पर भी बंधी हुई मिली।

इससे पहले गांव कनेक्शन की टीम जब इस क्षेत्र में रिपोर्टिंग करने पहुंची थी तब भी गो आश्रय स्थलों में गोवंशों की बदहाल स्थिति देखने को मिली थी। गांव कनेक्शन लगातार गोवंशों की दुर्दशा के मुद्दे को उठाता रहा है।

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VIDEO: गौ आश्रय स्थल में ठंड से ठिठुर रही गायें

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