गुजरात में 22 वर्षों से लगातार सत्ता में रहने के बाद BJP फिर से सत्ता में आ तो गई लेकिन इसबार उसकी जीत काफी मुश्किल भरी रही। BJP को इस बार चुनाव जीतने के लिए जितनी मशक्कत करनी पड़ी वैसी मशक्कत इससे पहले कभी नहीं करनी पड़ी। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव के दौरान एक टीवी प्रोग्राम में 150 सीटें जीतने की बात कही थी लेकिन हालात ये हो गए कि पार्टी 100 सीटे भी नहीं जी पाई थी। लेकिन चुनाव के नतीजे आने के करीब चार दिन बाद BJP की सेंचुरी पूरी हो गई है।
लुनावाडा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीतने वाले विधायक रतन सिंह राठौड़ ने BJP को समर्थन देने का एलान किया है। रतन सिंह ने अपने समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल के पास भी भेज दी है। जिससे विधानसभा में पार्टी के विधायकों की संख्या 100 पहुंच गई है। और इसके साथ ही पार्टी 99 के फेर से भी निकल गई है।
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रतन सिंह ने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया है। रतन सिंह को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। जिसके बाद लुनावाडा से रतन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। लेकिन पार्टी की इस कार्रवाई का उनपर कोई असर नहीं पड़ा और वो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीतने में कामयाब रहे।