नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक राष्ट्र, एक चुनाव और कुछ अन्य जरूरी मुद्दों को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में माकपा से सीताराम येचुरी, शरद पवार और विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी हिस्सा लिया। बैठक में भारत में चुनाव सुधार से जुड़ी प्रकियाएं, एक राष्ट्र एक चुनाव और चुनावों में बेतहाशा खर्च हो रहे रूपयों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में कांग्रेस नहीं हुई शामिल
सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का कांग्रेस ने बहिष्कार किया। पार्टी के नेता गौरव गोगोई ने कहा कि बीजेपी लोकसभा और विधानसभा के चुनावों को एकसाथ कराने के मुद्दे पर दोहरा मापदंड अपना रही है। उन्होने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को बैठक में शामिल होने निमंत्रण हुआ था। लेकिन वह खेद प्रकट करते हुए बैठक में शामिल नहीं हुए। गोगोई ने संवददाताओं से कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव प्रकिया में सुधार चाहती है। हमने मतपत्र से चुनाव कराने और चुनावों में बेतहाशा पैसे खर्च करने का मुद्दा उठाया, लेकिन हमारी बातों को सरकार की ओर से नजरअंदाज कर दिया जाता है।
कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों की भी होनी थी बैठक
एक राष्ट्र एक चुनाव के मुद्दे पर कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों की बुधवार सुबह संसद भवन में एक अलग से बैठक होनी थी। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन से जुड़े कार्यक्रम की वजह से बैठक को टाल दिया गया। गौरव गोगोई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव संविधान का विषय। इन मुद्दों पर संविधान के अनुसार चर्चा होनी चाहिए।
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बैठक में सपा, बसपा और टीएमसी ने भी नहीं लिया हिस्सा
सरकार की ओर से बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के अलावा विपक्ष से बसपा अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने भी हिस्सा नहीं लिया।
(भाषा से इनपुट)